नई दिल्ली, 14 दिसंबर। लोकसभा में बुधवार को दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद कर सदन में घुस गए और सांसदों के बीच रंग वाले पटाखों से धुआं कर दिया। इससे सदन में पीला धुआं हो गया। राज्यसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सुरक्षा में गंभीर चूक का आरोप लगाते हुए गृहमंत्री से जानकारी मांगी। मांग न माने जाने पर विपक्ष ने राज्यसभा से वाॅकआउट किया।
दोपहर 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा की सुरक्षा में चूक का मामला उठाया गया। सदन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय विश्वविद्यालय 2023 संशोधन विधेयक पेश किया। इसके बाद सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा में दो लोगों के दर्शक दीर्घा से कूद कर घुसने का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि मामला बहुत गंभीर है। यह सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा का सवाल नहीं है, बात यह है कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद दो लोग कैसे अंदर आए और सुरक्षा में सेंध लगाई। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जैसे ही इस बारे में पता लगा, सुरक्षा निदेशक को फोन कर मैंने उन्हें पूरा अपडेट देने को कहा। धनखड़ ने कहा कि सुरक्षा निदेशक ने अपडेट दिया है कि लोकसभा में जो लोग घुसे थे, उन्हें पकड़ लिया गया है एवं सुरक्षा एजेंसियां अभी इस मामले की जांच कर रही है।
सभापति ने कहा कि हमें अभी कुछ समय देना चाहिए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसके बाद कहा कि यहां लोगों की जान जा रही है और टाइम दो बोल रहे हैं। लोकसभा में क्या गैस छोड़ी, इससे पहले भी ऐसी गड़बड़ एक बार हो चुकी है, यह सिक्योरिटी में चूक है। आज ही संसद में शहीद दिवस मनाया गया है और आज ही ऐसा हो रहा है।
उन्होंने विपक्ष के अन्य सदस्यों के साथ राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम अनुरोध करते हैं कि राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित की जाए, गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में आकर यह बताएं कि सुरक्षा की इतनी बड़ी चूक हुई, इसको लेकर पूरी जानकारी दें। कांग्रेस की इस मांग का जवाब राज्यसभा में नेता सदन व केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने दिया।
उन्होंने कहा कि हमें राजनीति से ऊपर उठकर देश को एक संदेश देना चाहिए। सदन की कार्यवाही जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है, जिससे देश में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। वहीं, कांग्रेसी सांसदों का कहना था कि यह एक बड़ी घटना है।
कुछ वर्ष पहले 13 दिसंबर को संसद पर बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था। आज सुबह ही उस हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके कुछ ही घंटे बाद सबसे सुरक्षित जगह मानी जाने वाली नए संसद भवन में यह चूक हुई है। यहां दो युवक लोकसभा के अंदर सांसदों के बीच में दर्शक दीर्घा से कूद गए। वह भी तब जब सदन की कार्यवाही जारी थी। यह युवक तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगा रहे थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों में एक महिला भी थी। जिसकी पहचान नीलम (42) के रूप में हुई है। वहीं, दूसरे प्रदर्शनकारी की पहचान अनमोल शिंदे, निवासी महाराष्ट्र, के रूप में हुई है।