शिवसेना नेता संजय निरुपम ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर कहा कि उसे पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के अपराध में कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूट्यूब वीडियो बनाने के बहाने वह पाकिस्तान के उच्चायोग से जुड़े लोगों से मिली और बाद में पैसे व अन्य लाभ के बदले देशविरोधी गतिविधियों में शामिल हो गईं।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक और दुखद है कि कुछ लोग लालच में आकर देशद्रोह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उसे ऐसी सजा दी जाए कि कोई और व्यक्ति दुश्मन देश के लिए काम करने की हिम्मत न करे।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान निरुपम ने मध्यप्रदेश के मंत्री द्वारा दिए गए विवादित बयान पर कहा कि मंत्री ने अपनी गलती स्वीकार ली है। पश्चाताप किया और सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है। इसके बावजूद, उच्च न्यायालयों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है।
निरुपम ने कहा कि अदालतों के निर्णय का सम्मान करते हुए सरकार को काम करना चाहिए और यदि अदालत कार्रवाई का आदेश देती है, तो उसका पालन अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री के आत्मस्वीकृति और माफी को देखते हुए उन्हें थोड़ा लाभ का अवसर मिलना चाहिए।
निरुपम ने कहा कि देश से बड़ा कुछ नहीं होता और आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर सवाल उठाकर कांग्रेस देश की एकता को कमजोर कर रही है जिससे पाकिस्तान जैसे झूठे और धोखेबाज देश को लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान सभी पार्टियों, विशेषकर कांग्रेस ने सरकार और सैनिक कार्रवाई को पूर्ण समर्थन दिया था। ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर के बाद सरकार के अलग-अलग मंत्रियों के बयानों पर सवाल उठाकर कांग्रेस पाकिस्तान की भूमिका को बल दे रहे हैं।
उन्होंने ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ सरकार ने जिस प्रकार की भूमिका ली, इस पर पूरे देश ने सामूहिक रूप से एक समर्थन व्यक्त किया था।
लेकिन अब कांग्रेस नेताओं द्वारा सरकार के मंत्रियों पर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे बयान अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को बल देते हैं, जो इन्हें प्रचार का हथियार बना लेता है।
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