अमेरिकी प्रतिनिधि करेंगी मानवाधिकारों, लोकतांत्रिक शासन पर चर्चा
निर्वासित तिब्बतियों की वतन वापसी की लड़ाई पर भी होगी चर्चा
अमेरिका सरकार की अवर सचिव और तिब्बती मामलों में अमेरिका की विशेष संयोजक उजरा जेया भारत के दौरे पर हैं। उजरा जेया भारत में मानवाधिकारों, लोकतांत्रिक शासन और मानवीय प्राथमिकताओं पर चर्चा के लिए आई हैं। इसी कड़ी में बुधवार को जेया अमेरिकन दूतावास की प्रतिनिधि पेट्रीसिया ए. लसीना के साथ धर्मशाला पहुंची। जहां उनका निर्बासित तिब्बती सरकार के प्रतिनिधियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। तिब्बती परम्परा और संस्कृति की झलक लिए अधिकारियों ने कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत किया। निर्वासन में भारत में लंबे समय से रह रहे तिब्बतियों का मानना है कि लेडी पेट्रीसिया का धर्मशाला आना उनके लिये बेहद खास है। क्योंकि उनके अधिकारों की लड़ाई को इससे बल मिलेगा। अमेरिकी प्रतिनिधि निर्बासित तिब्बतियों के बीच दो दिन बिताने वाले हैं। इस दौरान निर्वासित तिब्बतियों की सरकार की वतन वापसी से जुड़ी हर गतिविधि को समझने की पूरी कोशिश की जाएगी। तिब्बतियों का कहना हैकि उजरा जेया और पेट्रीसिया यहां से जो कुछ भी देख सुन और समझ कर जाएंगी उसका सीधा सीधा असर निर्बासित तिब्बतियों के एक न एक दिन वतन वापसी पर जरूर पड़ेगा। निर्वासित तिब्बतियों की वतन वापसी की लड़ाई को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इससे काफी बल मिलेगा। वहीं भारत सरकार भी उजरा जेया के दो दिवसीय दौरे को लेकर सक्रीय है। अमेरिकी प्रतिनिधियों को भारी सुरक्षा मुहैया कराई गई है। सुरक्षा कारणों से प्रतिनिधियों को एयरपोर्ट पर किसी से मिलने देने की बजाय सीधे वाहन में बिठाकर गन्तव्य की ओर रवाना किया गया। लेडी उजरा जेया को भारत की ओर से भी ज़ेड प्लस सुरक्षा घेरा मुहैया करवाया गया है।
एनवन लाईव के लिए धर्मशाला से राहुल चावला की रिपोर्ट
स्थानीय नागरिक
CTA अधिकारी, निर्बासित तिब्बती
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