October 15, 2024
Himachal

किसानों को सशक्त बनाना: आधुनिक योजनाएं चंबा में कृषि को बदल रही हैं

राज्य सरकार ने अपने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता बढ़ाने के उद्देश्य से कई पहल की हैं। इन कार्यक्रमों का चंबा जिले में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है, और कई किसान लाभान्वित हुए हैं, जिनमें मंगला ग्राम पंचायत के हथेड़ी गांव के मदन कुमार भी शामिल हैं।

45 वर्षीय मदन कुमार, जो 10वीं पास हैं, 25 साल से खेती कर रहे हैं। करीब पांच साल पहले चंबा कृषि विभाग के मार्गदर्शन में उन्होंने वैज्ञानिक खेती की तकनीक और आधुनिक मशीनरी अपनाई, जिससे उनकी खेती और आय में काफी सुधार हुआ।

इससे पहले, मदन को सिंचाई की कमी और जंगली जानवरों से फसल को नुकसान सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। वह शारीरिक श्रम पर भी बहुत अधिक निर्भर था, जिससे मुनाफा कम होता था। उनकी किस्मत तब बदल गई जब उन्हें सोलर फेंसिंग के लिए 70 प्रतिशत सरकारी सहायता मिली, जिसकी कीमत 4 लाख रुपये थी, जिससे उनकी फसल जंगली जानवरों से सुरक्षित रही। इसके अलावा, सरकार की ओर से 3 लाख रुपये की मदद से एक जल भंडारण टैंक बनाया गया, जिससे उनकी सिंचाई संबंधी समस्या हल हो गई।

मदन को सब्सिडी दरों पर 9 एचपी पावर टिलर और 2 एचपी ब्रश कटर भी मिला, जिससे उन्हें लगभग 40,000 रुपये की सब्सिडी मिली। इन तकनीकी प्रगति ने उनकी खेती की दक्षता और उत्पादन को काफी हद तक बढ़ा दिया। आज, वह टमाटर, गोभी, पालक, बैंगन और शिमला मिर्च सहित 10 प्रकार की नकदी फसलें उगाते हैं, जिससे उन्हें सालाना 5 लाख रुपये की आय होती है।

सिंचाई टैंक के निर्माण के साथ, मदन को अब साल भर पानी की आपूर्ति मिलती है, जिससे वह बेमौसमी सब्जियाँ उगा पाता है, जिनकी बाज़ार में कीमत ज़्यादा होती है। वह स्थानीय मज़दूरों को भी काम पर रखता है, जो सालाना लगभग 1 लाख रुपये मज़दूरी के रूप में देते हैं, जिससे उसके समुदाय में रोज़गार के अवसर पैदा होते हैं।

चंबा में कृषि उपनिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह धीमान ने मदन को बेरोजगार युवाओं के लिए रोल मॉडल बताते हुए कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इससे उत्पादन लागत कम होती है और किसानों के लिए खेती करना आसान होता है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकार ने राज्य कृषि मशीनीकरण योजना और कृषि मशीनीकरण उप-मिशन के तहत चंबा जिले के किसानों को मशीनीकरण के लिए 91 लाख रुपये की सब्सिडी प्रदान की। इस सब्सिडी से नौ ट्रैक्टर, 133 पावर वीडर, 165 ब्रश कटर और 125 मक्का थ्रेशर खरीदे जा सके।

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत सरकार ने जंगली जानवरों और आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए सौर बाड़ लगाने के लिए 70 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की। 2023-24 में चंबा के 31 किसानों को 9 किलोमीटर सौर बाड़ लगाने के लिए 85 लाख रुपये की सब्सिडी मिली।

सिंचाई चुनौतियों से निपटने के लिए, सरकार ने 2023-24 में पानी की टंकियों और पाइपलाइन की स्थापना पर 2.02 करोड़ रुपये खर्च किए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसानों को साल भर उनकी फसलों के लिए पर्याप्त पानी मिल सके।

इन लक्षित हस्तक्षेपों के माध्यम से सरकार न केवल कृषि उत्पादकता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि मदन कुमार जैसे किसानों की आजीविका में भी सुधार कर रही है, जिससे वे अधिक सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन जीने में सक्षम हो रहे हैं।

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