भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के बैनर तले किसानों द्वारा 27 करोड़ रुपये के बकाये को लेकर फगवाड़ा चीनी मिल के गेट पर ताला लगाने के एक दिन बाद मिल के नए प्रबंधन ने पुलिस और जिला अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है।
राणा शुगर मिल्स, फगवाड़ा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी अमरीक सिंह बुट्टर ने एसडीएम जशनजीत सिंह को शिकायत देकर मामले में हस्तक्षेप करने तथा किसानों को अतिक्रमण करने से रोकने की मांग की है।
शिकायत की प्रतियां उपायुक्त अमित कुमार पांचाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वत्सला गुप्ता और पुलिस अधीक्षक रूपिंदर कौर भट्टी को भी सौंपी गईं।
बुट्टर ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे प्रदर्शनकारियों पर धमकी देने, दुर्व्यवहार करने, अपमानजनक टिप्पणी करने, आपराधिक धमकी देने, आपराधिक बल का प्रयोग करने तथा मिल के गेट को बंद करने के आरोप में बीएनएस की धारा 61, 356 तथा 351 के तहत मामला दर्ज करें।
शिकायत में नामित लोगों में मंजीत सिंह राय, सतनाम सिंह साहनी, किरपाल सिंह मुसापुर, संतोख सिंह लखपुर, देविंदर सिंह संधवान, बलजिंदर सिंह चकमंदर, सोहन सिंह साहनी, कुलविंदर सिंह अथोली, समरजीत सिंह अथोली और तरसेम सिंह के साथ 100 अज्ञात लोग शामिल हैं।
भट्टी ने कहा कि मामले की जांच के लिए शिकायत फगवाड़ा एसएचओ को भेज दी गई है। एसडीएम ने कहा कि मिल की 10 कनाल, 12 मरला जमीन को प्रशासन ने 2021 में कुर्क कर लिया था।
बुट्टर ने कहा कि मौजूदा प्रबंधन ने समझौते के अनुसार 16 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि पिछले मालिक जसविंदर बैंस को 12 करोड़ रुपये, जरनैल सिंह वाहिद को 6 करोड़ रुपये और एनआरआई संधार को 13 करोड़ रुपये का भुगतान करना था। वाहिद को सितंबर 2023 में मिल में अनियमितताओं के आरोप में विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। डीसी ने कहा कि पुराने प्रबंधन की 22 कुर्क संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, “नीलामी से मिलने वाले राजस्व का इस्तेमाल बकाया चुकाने में किया जाएगा।”