चण्डीगढ़ | हरियाणा सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। हरियाणा सरकार के प्रमुख मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि उनकी सरकार जल्द ही फसल क्षतिपूर्ति मुआवजे के लिए नया पोर्टल शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने कमर कस ली है। अब किसान पोर्टल पर अपनी फसल में हुए नुकसान का विवरण दर्ज कर सकेंगे।
सीएम ने आगे कहा कि अनेक मामलों में किसानों को अधिक नुकसान होता है परन्तु पर्याप्त विवरण न होने के कारण नुकसान का सही आंकलन नहीं हो पाता और किसान मुआवजे की उचित राशि को प्राप्त करने में विफल हो जाता है। उन्होंने आगे कहा कि किसान अपने पूरे नुकसान के मुआवजे का हकदार है। उसे वह मिलना ही चाहिए और सरकार ने यह निर्णय लिया है कि किसान को फसल के नुकसान का पूरा मुआवजा मिले। सीएम ने किसानों के हित में आगे कहा कि 25 मई तक हरियाणा की मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी. जिन किसानों के पास गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है वो मंडी में आकर अपनी फसल बेच सकते हैं।
मुआवजा-राशि में अभिवृद्धि
यही नहीं सीएम ने किसानों की फसलों के नुकसान पर दिए जाने वाले मुआवजे की राशि में अभिवृद्धि का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हो चुकी फसलों के मुआवजे को 12 हजार रुपए से बढ़ा कर 15 हजार प्रति एकड़ कर दिया है। यह नियम 75 फीसदी से अधिक नष्ट हो चुकी फसलों पर लागू होगा। अन्य मुआमलों में किसान को 12 हजार पाँच सौं रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा जोकि पहले 10 हजार प्रति एकड़ के मुताबिक दिया जाता था।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana)
सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) में दो एकड़ से कम खेती- जमीन रखने वाले किसानों का सारा प्रीमियम खुद ही भरने का फैंसला लिया है और दो से अधिक और पाँच एकड़ वाले किसानों का आधा प्रीमियम सरकार द्वारा अदा किया जाएगा। सीएम ने कहा कि राज्य एवं केन्द्र सरकार किसानों की आर्थिक समृद्धि एवं खुशहाली के लिए अनेक योजनाओं का प्रारूप तैयार कर रही है। हरियाणा सरकार किसानों की बेहतरी के लिए अहम फैसले ले रही है।
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