90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में राज्य सभा की 2 सीटों के लिए चुनाव 10 जून को हो रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से अजय माकन को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है। हरियाणा में राज्यसभा सीट जीतने कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं, लेकिन कार्तिकेय शर्मा की दावेदारी ने पेंच फंसा दिया है। कांग्रेस के पास अपने 31 विधायक हैं। 31 विधायकों के समर्थन से कांग्रेसी प्रत्याशी की जीत तय है, लेकिन कांग्रेस को खतरा क्रॉस वोटिंग से है। कार्तिकेय के पास भाजपा, जजपा, निर्दलीय और गोपाल कांडा का समर्थन है। हालांकि यह सभी मिलकर 31 तक नहीं पहुंचते हैं और गिनती में 28 ही बनते हैं, लेकिन कांग्रेस में जिस तरीके से पार्टी के अंदर ही कई नेताओं में नाराजगी चल रही है, उसे देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि कार्तिकेय उलटफेर कर सकते हैं।
पार्टी के नाराज विधायक कुलदीप बिश्नोई की तरफ से बड़ा बयान
राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन चुके कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि, रणदीप सिंह सुरजेवाला अच्छे नेता हैं। राजस्थान के विधायकों से प्रार्थना है कि उन्हें वोट दीजिए। मैं हमेशा कांग्रेस का रहा हूं. राहुल गांधी से मिले बिना कोई फैसला नहीं लूंगा। राहुल अभी विदेश में हैं. मिलने का कोई समय तो नहीं लिया, लेकिन 8 या 9 जून को उनसे मिल सकता हूं। राज्यसभा चुनाव में वोट डालने को लेकर जब कुलदीप बिश्नोई से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, इसे लेकर मैंने फैसला नहीं किया है। अंतर्रात्मा की आवाज पर वोट दूंगा। किसी के कहने पर वोट नहीं देना चाहिए। जहां भी त्रिशंकु होती है वहां भाजपा को फायदा होता है। किसी के दबाव में आकर वोट नहीं करूंगा। बिश्नोई ने कहा कि, राहुल गांधी से मुलाकात होने तक मैं कांग्रेस के किसी मंच पर नहीं जाऊंगा। कांग्रेस के चिंतिन शिविर में शामिल नहीं होने के सवाल पर बिश्नोई ने कहा कि, जब तक मिल बैठकर बात नहीं होती किसी भी कांग्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लूंगा।दूसरी तरफ पिछले दिनों सीएम खट्टर से उनकी मुलाकात के कारण उनके बीजेपी में शामिल होने की खबरें सामने आईं थी। हाल में तो यही कहा जा सकता है कि हरियाणा में पेच फसा हुआ है।