यमुनानगर जिले की 13 अनाज मंडियों में 12 अक्तूबर तक ग्रेड-ए धान की 1,46,094 मीट्रिक टन आवक हुई। अनाज मंडियों में पहुंची कुल उपज में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 79,764 मीट्रिक टन, हैफेड ने 35,152 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन ने 31,178 मीट्रिक टन धान की खरीद की है।
यमुनानगर जिले की अनाज मंडी में धान सुखाते मजदूर। ट्रिब्यून फोटो: शिव कुमार शर्मा उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि बिलासपुर अनाज मंडी में 12,912 मीट्रिक टन, छछरौली अनाज मंडी में 17,967 मीट्रिक टन, गुमथला राव अनाज मंडी में 1,973 मीट्रिक टन, जगाधरी अनाज मंडी में 28,286 मीट्रिक टन तथा जठलाना अनाज मंडी में 1,416 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई।
उन्होंने बताया कि खारवन अनाज मंडी में 2,717 मीट्रिक टन, प्रताप नगर अनाज मंडी में 10,525 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर अनाज मंडी में 34,770 मीट्रिक टन, रादौर अनाज मंडी में 11,167 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मंडी में 6,005 मीट्रिक टन, रसूलपुर अनाज मंडी में 6,100 मीट्रिक टन, सढौरा अनाज मंडी में 1,2089 मीट्रिक टन तथा यमुनानगर अनाज मंडी में 167 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई।
डीसी ने सभी खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे अनाज मंडियों से खरीदे गए धान को शीघ्र उठाने की व्यवस्था करें ताकि किसान अपनी उपज को सुविधाजनक तरीके से बेच सकें। न्होंने कहा कि किसानों को अपनी फसल को सुखाकर ही अनाज मंडियों में लाना चाहिए ताकि उन्हें अपनी उपज बेचने में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने मार्केट कमेटी के अधिकारियों को अनाज मंडियों में बिजली, पानी और शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा साफ-सफाई बनाए रखने के आदेश दिए। डीसी ने कहा कि वे स्वयं समय-समय पर अनाज मंडियों का दौरा करेंगे और खरीद कार्य की समीक्षा करेंगे।
किसानों को सूखी फसल लाने को कहा गया उपायुक्त मनोज कुमार ने सभी खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे अनाज मंडियों से खरीदे गए धान का शीघ्र उठान करने की व्यवस्था करें ताकि किसान अपनी फसल को सुविधाजनक तरीके से बेच सकें
कुमार ने कहा कि किसानों को अपनी फसल को सुखाकर ही अनाज मंडियों में लाना चाहिए ताकि उन्हें अपनी उपज बेचने में कोई परेशानी न हो