वाशिंगटन, अमेरिका के 12 राज्यों ने यह कहते हुए मुकदमा शुरू किया है कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) गर्भपात की एक लोकप्रिया गोली तक लोगों की पहुंच में बाधा डाल रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक सन 2000 हजार में गर्भपात की दवा मिफेप्रिस्टोन के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबंधों के साथ अनुमोदित किया गया था।
मिफेप्रिस्टोन और एक अन्य दवा, मिसोप्रोस्टोल का संयोजन पहले 10 हफ्तों के भीतर गर्भधारण को समाप्त करने में सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी माना जाता है।
लेकिन एफडीए कड़ाई से नियंत्रित करता है कि कौन मिफेप्रिस्टोन लिख सकता है और वितरित कर सकता है।
एफडीए के रुख के खिलाफ वाशिंगटन, ओरेगन, एरिजोना, कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, इलिनोइस, मिशिगन, नेवादा, न्यू मैक्सिको, रोड आइलैंड और वर्मोंट राज्यों ने गुरुवार को संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया।
मुकदमे में दावा किया गया है कि दवा पर रोकटोक अनुचित है। दवा पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
गौरतलब है कि अमेरिका में गर्भपात के लिए दवा सबसे आम तरीका है।