हिसार डिवीजन के एडीजीपी डॉ. एम किरण ने नशा मुक्त समाज बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया और ग्राम पंचायतों और सामाजिक संगठनों से अधिक सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। वे ढुकरा गांव में जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां प्राथमिक स्तर पर 12 गांवों को नशा मुक्त घोषित किया गया।
सम्मानित गांवों में नेहराणा, रूपाणा खुर्द, माणक दीवान, गिगोरानी, रूपाणा बिश्नोईयान, चाडीवाल, ढूकरा, हंजीरा, कुम्हारिया, कैरांवाली, नेजिया खेड़ा और चाहरवाला शामिल हैं। निरंतर अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एक महीने के बाद उनकी स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
रवि किरण ने अन्य गांवों को इस मॉडल का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहित किया और युवाओं से शिक्षा और खेल पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने नशीली दवाओं की तस्करी को रोकने और खेल गतिविधियों के माध्यम से नशीली दवाओं के खिलाफ जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए चल रहे पुलिस प्रयासों के बारे में भी बात की।
सिरसा के एसपी विक्रांत भूषण ने ड्रग डीलरों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर प्रकाश डाला, जिसमें अवैध गतिविधियों के जरिए अर्जित संपत्तियों को जब्त करना भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जागरूकता अभियानों से प्रेरित होकर नशे की लत के शिकार कई लोग स्थानीय समर्थन से इलाज के लिए आगे आए हैं।
भूषण ने कहा, “इस मिशन में सफलता के लिए सभी की भागीदारी की आवश्यकता है।” उन्होंने हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए समाज की सामूहिक जिम्मेदारी का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान नशा विरोधी संदेश फैलाने के लिए रस्साकशी और कबड्डी मैच का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि सिरसा पुलिस ने इससे पहले सिरसा शहर व ऐलनाबाद के 8 वार्डों सहित 134 गांवों को नशा मुक्त घोषित किया था।