शुक्रवार सुबह यहां से लगभग 70 किलोमीटर दूर सुदूर छोटा भंगाल घाटी के लुवाई गांव में बादल फटने और भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में चार वाहन मलबे में दब गए, जबकि 14 घर और एक स्थानीय माध्यमिक विद्यालय की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई।
यहां प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने छोटा भंगाल घाटी में कहर बरपाया है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बिजली आपूर्ति के खंभे उखड़ जाने के कारण घाटी के दर्जनों गांवों में बिजली नहीं है। भारी भूस्खलन और सड़कों पर पेड़ उखड़ जाने के कारण मुलथान, लुहारडी, बरोट, कोठी कोहर में वाहनों का आवागमन भी ठप हो गया है। घाटी के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं, क्योंकि अधिकांश सड़कें बर्फ और भारी पत्थरों से ढकी हुई हैं।
लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय अधिकारियों ने घाटी में स्थित दो पनबिजली परियोजनाओं के लिए बाढ़ के द्वार खोल दिए हैं। उहल नदी के किनारे बने कई कैंपिंग स्थलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटों में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद जिला प्रशासन ने एक परामर्श जारी कर पर्यटकों और स्थानीय लोगों से नदियों और नालों के पास न जाने को कहा है।
इस बीच, छोटा भंगाल के कई निवासियों ने कहा कि बचाव और राहत अभियान अभी शुरू नहीं हुआ है। बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल ने कहा कि राहत दल आज सुबह ही घाटी में भेज दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने बैजनाथ प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में राहत, बचाव और पुनर्वास कार्य तुरंत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
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