फतेहाबाद जिले के भट्टू गांव में प्रशासनिक टीम ने पुलिस के सहयोग से मंगलवार को बुलडोजर चलाकर अवैध अतिक्रमण हटा दिया। गांव की पंचायत की जमीन पर अवैध रूप से दो मकान बनाए गए थे। सरपंच किरणदीप कौर की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई।
आंगनवाड़ी और महिला चौपाल के पास खाली पड़ी 2 कनाल जमीन पर अतिक्रमण किया गया था। एक व्यक्ति और उसके बेटे ने करीब 20 दिन पहले रातों-रात जमीन पर अवैध कब्जा कर दो मकान बना लिए थे।
पंचायत ने पहले भी अतिक्रमण रोकने का प्रयास किया था, लेकिन उनके प्रयासों के बावजूद जमीन पर कब्जा कर लिया गया। सरपंच की शिकायत के बाद खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) अनिल कुमार और ग्राम सचिव रामनिवास ने मौके का निरीक्षण किया और कब्जाधारियों को जमीन खाली करने का निर्देश दिया। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
बीट प्रभारी चमन लाल के नेतृत्व में पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ अतिक्रमण को शांतिपूर्ण तरीके से हटाने में सफलता पाई। अवैध कब्जाधारी जमीन पर अपना दावा साबित करने के लिए कोई भी दस्तावेज पेश करने में विफल रहे।
बीडीपीओ ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की सिफारिश की। कृषि विभाग से उपमंडल अधिकारी संजय सेलवाल भारी पुलिस बल के साथ ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में पहुंचे।
अतिक्रमणकारियों से दस्तावेज पेश करने को कहा गया, लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे। सरपंच ने जमीन पर पंचायत के स्वामित्व को साबित करने वाले दस्तावेज पेश किए। परिणामस्वरूप, प्रशासनिक टीम ने बुलडोजर चलाकर दोनों मकानों को ध्वस्त कर दिया और जमीन पंचायत को वापस कर दी।
सरपंच ने बताया कि विवादित भूमि खसरा नंबर 105 आंगनवाड़ी और महिला चौपाल के लिए निर्धारित की गई थी और सरकार ने इस जगह पर ग्राम ज्ञान केंद्र और पुस्तकालय बनाने के लिए 60 लाख रुपये मंजूर किए थे। हालांकि, “स्थानीय राजनीति” के कारण कुछ लोगों ने जमीन पर कब्जा करके विकास में बाधा डालने की कोशिश की।
पंचायत सदस्यों ने इस कदम के लिए अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।