कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन विभाग ने सोमवार रात दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया।
रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए व्यापारियों की पहचान ज्ञानचंद और संजय धीमान के रूप में हुई है। ये व्यापारी नादौन विधानसभा क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति हैं और कथित तौर पर अनुचित खनन गतिविधियों में शामिल थे। ईडी ने कुछ महीने पहले इन व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी और तब से ही पैसे और सोने के स्टॉक आदि की जांच चल रही थी।
बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया है। ईडी अधिकारियों द्वारा की गई गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सहारनपुर में दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है।
गिरफ्तारियों पर बोलते हुए पूर्व विधायक राजिंदर राणा ने आरोप लगाया, “मुख्यमंत्री के करीबी लोग जेल में हैं और कई अन्य लोगों को भी सजा मिल सकती है।”
जांच के दौरान हिमाचल और सहारनपुर में ज्ञानचंद और उसके साथियों सहित कई कथित खनन माफियाओं के परिसरों पर 12 तलाशी सर्वेक्षण किए गए और कई लोगों के बयान दर्ज किए गए। जांच में पता चला कि ज्ञानचंद और उसके साथी ब्यास और यमुना नदियों में अवैध खनन कार्यों में शामिल थे। यह पाया गया कि अवैध खनन से प्राप्त धन का उपयोग कथित रूप से संपत्ति और खनन मशीनरी खरीदने में किया गया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सिर्फ इसलिए कि उनके विधानसभा क्षेत्र के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें इससे नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।