हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के खतरे के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भुंतर पुलिस ने शुक्रवार को भुंतर उपमंडल के मशगन गांव में छापेमारी के दौरान दो महिलाओं को गिरफ्तार किया और उनके पास से 100 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद किया। एक गोपनीय सूचना के आधार पर विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने गिरिजा शर्मा के घर पर छापेमारी की, जहां से हेरोइन और 49,590 रुपये की नकदी बरामद की गई।
गिरफ्तार की गई दोनों महिलाओं की पहचान 36 वर्षीय गिरिजा शर्मा, जो घर की मालकिन हैं और 21 वर्षीय रजनी, जो बंजार उपमंडल के मनानी गांव की निवासी हैं, के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कुल्लू के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने गिरफ़्तारियों की पुष्टि की और कहा कि ड्रग्स की उत्पत्ति का पता लगाने और व्यापक आपूर्ति नेटवर्क का पता लगाने के लिए पूछताछ जारी है। उन्होंने ऐसे ड्रग कार्टेल को खत्म करने और समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला पुलिस की प्रतिबद्धता दोहराई।
यह गिरफ़्तारी पिछले डेढ़ महीने में सामने आए एक बड़े पैटर्न का हिस्सा है। अधिकारियों ने ड्रग तस्करी के 12 मामले दर्ज किए हैं, कुल 281.70 ग्राम चिट्टा जब्त किया है और 16 लोगों को गिरफ़्तार किया है – 13 पुरुष और 3 महिलाएँ। इनमें से कई गिरफ़्तारियाँ कुल्लू-मनाली बेल्ट में हुई हैं, जो ड्रग तस्करी के लिए एक गलियारे के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला क्षेत्र है।
इससे पहले 2 जून को अमृतसर से मनाली जा रही वोल्वो बस में सवार कुल्लू निवासी को 50 ग्राम चिट्टा के साथ पकड़ा गया था। गिरफ्तारी मंडी जिले के थलोट के पास से की गई थी। 26 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पंजाब के एक युवक को मनाली के गोम्पा रोड पर किराए के कमरे से 44.92 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा था। उससे कुछ दिन पहले ही कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के 16 मील हिस्से पर दो व्यक्तियों को 58 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा गया था। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह थी कि 20 मई को पंजाब के एक 14 वर्षीय लड़के को प्रीनी, मनाली में ग्रीन टैक्स बैरियर पर 24.70 ग्राम चिट्टा ले जाते हुए पकड़ा गया था।
नशीली दवाओं के व्यापार में महिलाओं और नाबालिगों की बढ़ती संलिप्तता ने स्थानीय लोगों में गंभीर चिंता पैदा कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक राय ने बढ़ती हुई जन निराशा को आवाज़ दी और नशीली दवाओं के सरगनाओं के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि तस्करों को पकड़ना ज़रूरी है, लेकिन इस अवैध व्यापार को समर्थन देने वाले पूरे नेटवर्क को खत्म करना भी उतना ही ज़रूरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्णायक कार्रवाई के बिना, समुदाय को विनाशकारी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
Leave feedback about this