तेलंगाना सरकार ने सोमवार को रंगारेड्डी जिले में हुए सड़क हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने सरकारी अस्पताल में मीडियाकर्मियों को बताया कि आरटीसी बस और टिपर के बीच हुई टक्कर की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार की तत्काल प्राथमिकता घायलों का सर्वोत्तम संभव उपचार सुनिश्चित करना और मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करना है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में 72 लोग सवार थे, जो तंदूर से हैदराबाद आ रही थी।
हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर चेवेल्ला मंडल में मिर्जागुडा के पास हैदराबाद-बीजापुर राजमार्ग पर बजरी से लदे एक टिपर ने बस को टक्कर मार दी।
पोन्नम प्रभाकर ने संकेत दिया कि टिपर चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ और कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और उन्हें पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को शवों के परिवहन और अंतिम संस्कार में मदद के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है। उन्होंने दावा किया कि सड़क सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। परिवहन विभाग स्कूल स्तर पर सड़क सुरक्षा के बारे में जन जागरूकता पैदा करने का प्रयास कर रहा है।
उन्होंने कहा, “चाहे हम कितने भी नए नियम लाएं और कितनी भी जांच करें, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमें जनता के सहयोग की आवश्यकता है।”
प्रभाकर ने बताया कि देश में हर दिन सड़क दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे जाते हैं। तेलंगाना में प्रतिदिन 20 से भी कम मौतें दर्ज की जाती हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग राजमार्गों पर खतरनाक स्थानों को हटाने के लिए काम कर रहा है और वाहनों की फिटनेस और अन्य मुद्दों पर गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है।

