पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस) द्वारा सरकारी स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में चिकित्सा अधिकारियों के 777 पदों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में करीब 2,000 उम्मीदवार शामिल नहीं हुए। इन पदों के लिए राज्य भर से कुल 7,994 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
परीक्षा के परिणाम 6 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। गौरतलब है कि अधिकांश जिलों में चिकित्सा अधिकारियों के पद रिक्त पड़े हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है।
यूएचएस के कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल ने बताया, “रोहतक शहर में 33 केंद्रों पर लिखित परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा के दौरान हर केंद्र पर फ्लाइंग स्क्वॉड मौजूद रहा। केंद्रों पर मोबाइल जैमर लगाए गए थे, जबकि सभी उम्मीदवारों की बायोमेट्रिक उपस्थिति भी ली गई। परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में आयोजित की गई। सभी उम्मीदवारों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई।”
कुलपति ने यूएचएस के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरीश भगोल और पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसके सिंघल के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण भी किया।
यूएचएस के शैक्षणिक मामलों के डीन डॉ ध्रुव चौधरी ने बताया कि महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) के कार्यालय से चार टीमें भी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने यहां आई थीं। उन्होंने कहा, “परीक्षा केंद्र में उम्मीदवारों को उनके एडमिट कार्ड और सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र के अलावा कुछ भी ले जाने की अनुमति नहीं थी।”
डॉ. अमरीश ने बताया कि प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। उन्होंने बताया, “उम्मीदवार 2 से 4 दिसंबर तक मेरे विभाग को ईमेल करके अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। 5 दिसंबर को विशेषज्ञों की एक टीम आपत्तियों का अध्ययन करेगी और उसी दिन रात तक अंतिम उत्तर कुंजी अपलोड कर दी जाएगी।”
नियंत्रक ने कहा कि लिखित परीक्षा का परिणाम 6 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “अभ्यर्थी नवीनतम अपडेट के लिए विश्वविद्यालय और डीजीएचएस वेबसाइट देख सकते हैं।”