केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत कुरुक्षेत्र के 21 गांवों को ‘मॉडल सोलर विलेज’ परियोजना के लिए चुना गया है, जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देना और गांवों को ऊर्जा आवश्यकताओं के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है।
जिला प्रशासन ने योजना के तहत अजराना कलां, अमीन, बारना, ज्योतिसर, किरमच, लूखी, मिर्ज़ापुर, खरींडवा, बबैन, हरिगढ़ भोरख, दिवाना, गुमथला गढ़ू, सरसा, सियाना सैदां, थाना, झांसा, थोल, बीर पिपली, मथाना, पिपली और उमरी गांवों की पहचान की है।
कुरुक्षेत्र के अतिरिक्त उपायुक्त सोनू भट्ट ने बताया, “सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र के हर घर और हर व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मॉडल सोलर विलेज योजना के तहत 21 गांवों (प्रत्येक गांव की आबादी 5,000 से अधिक) का चयन किया गया है। इस योजना का उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है। छतों पर सोलर पैनल और सोलर लाइटें लगाई जाएंगी।”
उन्होंने कहा कि आदर्श सौर ग्राम परियोजना के तहत गांव के निवासी बैंकों से वित्तीय सहायता ले सकते हैं। इन 21 गांवों में से सर्वश्रेष्ठ गांव का चयन जिला स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। समिति छह महीने तक सभी गांवों का मूल्यांकन करेगी और इसके बाद सौर ऊर्जा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले गांव का नाम चुना जाएगा और इस गांव का नाम केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। विजेता गांव को एक करोड़ रुपये की केंद्रीय वित्तीय सहायता अनुदान मिलेगा।
एडीसी ने बताया कि इस योजना के तहत 2 किलोवाट यूनिट पर 60 प्रतिशत सब्सिडी, 2 से 3 किलोवाट पर 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है, जबकि एक किलोवाट पर 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी देने का प्रावधान है।