शिमला, 3 फरवरी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कल कहा कि ‘राजस्व लोक अदालत’ के विशेष अभियान के दौरान 89,091 उत्परिवर्तन मामलों और विभाजन के 6,029 लंबित मामलों का निपटारा किया गया है।
उन्होंने कहा, “इस साल जनवरी में राज्य भर में आयोजित विभिन्न राजस्व अदालतों के माध्यम से 23,159 नामांतरण और 1,958 बंटवारा मामलों का निपटारा किया गया।”
सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा जिला 6,121 म्यूटेशन मामलों के साथ म्यूटेशन मामलों को हल करने में अग्रणी रहा, इसके बाद मंडी जिला 3,212 मामलों के साथ और ऊना 2,289 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। 543 मामलों के साथ, ऊना विभाजन मामलों को निपटाने में जिलों में सबसे आगे रहा, इसके बाद कांगड़ा 464 मामले और मंडी 303 मामले थे।
सुक्खू ने कहा, “लंबित मामलों की समस्या के समाधान के लिए राज्य में राजस्व लोक अदालतें आयोजित की जा रही हैं और ऐसी पहली अदालत 30 अक्टूबर को आयोजित की गई थी।”
आम जनता की जबरदस्त प्रतिक्रिया और ऐसी अदालतों के माध्यम से लंबित मामलों को सुलझाने की सफलता दर को देखते हुए, सरकार ने हर महीने के आखिरी दो दिनों में ये अदालतें आयोजित करने का निर्णय लिया है।
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