October 2, 2024
Himachal

25 गांवों में मिल रहा दूषित पानी

हमीरपुर, 16 फरवरी

बरसर अनुमंडल में गंदे टैंक से पानी की आपूर्ति की जा रही है. टंकी महाराल-दख्योरा जलापूर्ति योजना के तहत लगाई गई थी।

आरोप है कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य (आईपीएच) विभाग के अधिकारियों ने पानी की टंकियों के रख-रखाव पर आंख मूंद ली थी और क्षेत्र में लोगों को दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही थी

57 लाख रुपये की लागत से 3,09,400 लीटर क्षमता का टैंक बनाया गया है। बड़सर अनुमंडल के 25 गांवों के 4500 से अधिक लोगों को टंकी से पानी उपलब्ध कराया जाता है.

विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण नादौन अनुमंडल में जठरशोथ का प्रकोप फैल गया था. इससे 35 गांवों में गैस्ट्राइटिस के 1,010 मामले सामने आए थे। फिर भी, जिले में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग पेयजल योजनाओं के रखरखाव के प्रति कम ही चिंतित है।

आईपीएच के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया था और इसकी जांच के लिए अधिकारियों की एक टीम भेजी गई थी। उन्होंने कहा कि योजना के फिल्टर बेड की सफाई की गई और लोगों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति की गई।

उपायुक्त देबाश्वेता बनिक ने कहा कि आईपीएच अधिकारियों को जिले में सभी जल भंडारण और आपूर्ति योजनाओं को साफ करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि महाराल-दख्योरा जलापूर्ति योजना की स्थिति रिपोर्ट भी समीक्षा के लिए मांगी गई थी।

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