जब लोग बैसाखी का त्यौहार मना रहे थे, उसी दौरान कादियां के नील कलां गांव के 25 वर्षीय युवक की कल रात रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने आशंका जताई है कि युवक की हत्या की गई है।
मृतक सुखविंदर सिंह के चाचा सुखदेव सिंह और भाई हरविंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारा बेटा कल शाम गुरुद्वारा मक्का साहिब में सेवा करने गया था। वहां पूरी रात सेवा करने के बाद गांव का ही एक अन्य युवक उसे अपने घर ले गया।
रात 12 बजे उस युवक ने हमें बताया कि आपके बेटे की तबीयत ठीक नहीं है और आप उसे आकर ले जाएं। जब हम उसे देखने गए तो हमारे बेटे की नाक से खून बह रहा था और उसकी मौत हो चुकी थी।
हमें संदेह है कि हमारे बेटे को कोई नशीली दवा दी गई थी जिसके कारण उसकी मौत हो गई, क्योंकि हमारा बेटा पहले से ही नशे का आदी था। छह महीने तक नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र में रहने के बाद वह एक महीने बाद ही वापस आ गया। उन्होंने बताया कि हम भी अपने बेटे की तलाश में उस युवक के घर गए थे, लेकिन उसने हमें हमारे बेटे के बारे में नहीं बताया। हमने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई की है और परिवार न्याय की मांग कर रहा है।
वहीं, ग्रामीण हरपाल सिंह व दर्शन सिंह ने सरकार से अपील की कि उनके गांव में नशाखोरी बड़े पैमाने पर हो रही है, जिसे रोका जाना चाहिए। पंजाब सरकार द्वारा नशे के उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों को और भी सख्त बनाया जाना चाहिए ताकि गांवों से नशे का खात्मा किया जा सके। आज इस परिवार में एक 25 वर्षीय युवक की मृत्यु हो गई। ताकि कोई अन्य युवक इस तरह से न मरे।
जब इस बारे में कादियां थाने के एसएचओ निर्मल सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है और मृतक के चाचा सुखदेव सिंह के बयान पर 194 बीएमएस के तहत कार्रवाई कर रहे हैं। बाकी कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी।
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