पुलिस ने 13 फरवरी तक समाप्त हुए पिछले सप्ताह में जिले में 11 साइबर अपराध मामलों के समाधान के संबंध में 26 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने इस अवधि के दौरान आरोपियों से कुल 16.07 लाख रुपये बरामद करने का दावा किया है।
पुलिस विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुलझाए गए मामलों में बल्लभगढ़ साइबर सेल द्वारा संभाले गए सात मामले, सेंट्रल पुलिस स्टेशन द्वारा संभाले गए तीन मामले और एनआईटी के साइबर पुलिस स्टेशन द्वारा सुलझाया गया एक मामला शामिल है। पुलिस ने जांच के दौरान विभिन्न बैंक खातों से 1,55,461 रुपये भी जब्त किए और पीड़ितों को 7.5 लाख रुपये वापस दिलाए।
गिरफ्तार संदिग्धों की पहचान दिव्यांश कुमार, सूरज, नरेंद्र, खुशी चौरसिया, बॉबी, राकेश राजाराम जैसवार, हरविंदर, गुनगुन, शिवानी, श्रवण कुमार, महिपाल, जे. शिवराम, हलीम अहमद, भूपेन्द्र, सिद्धार्थ, कोमल मेघवाल, हरिओम सिंह, गिरीश कश्यप, अमित कुमार, रोशनी सिंह, बिंदिया कुमारी, अंशुल वर्मा, कृष्णा, सुखराम, दिनेश बडू और मोहम्मद आफताब आलम के रूप में की गई है, जिन्हें जांच के दौरान विभिन्न स्थानों से पकड़ा गया था।
पुलिस के अनुसार, अपराधियों ने पीड़ितों को ठगने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए। इनमें शेयर बाजार में निवेश पर उच्च रिटर्न का झूठा वादा करना, नकली लॉटरी या लकी ड्रॉ योजनाओं का लालच देना और पीड़ितों के बैंक खातों में पैसे जमा होने का दावा करते हुए असत्यापित लिंक भेजना शामिल था।
अन्य तरीकों में अश्लील वीडियो के जरिए पीड़ितों को ब्लैकमेल करना, नकली क्यूआर कोड और यूपीआई विवरण का उपयोग करना और लोगों को उनके वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) साझा करने के लिए धोखा देना शामिल था।
संबंधित अधिकारियों ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि जागरूकता की कमी और त्वरित वित्तीय लाभ का लालच इन साइबर अपराधों में योगदान देने वाले कारक हैं।
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