मोहाली जिले में मंगलवार को 266 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान होगा। जिले के कुल 63 गांवों ने सर्वसम्मति से अपनी पंचायतें चुनी हैं।
जिले में 46 अतिसंवेदनशील और 103 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 2,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
डेराबस्सी ब्लॉक में आठ अति संवेदनशील बूथ हैं तथा 31 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
भाखरपुर, मुकंदपुर, राजोमाजरा और झरमरी गांवों में कई बूथ संवेदनशील हैं। मुल्लांपुर में सरपंच पद के लिए आठ उम्मीदवार हैं। सनेटा में सरपंच पद के लिए आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। इसी तरह मनौली गांव में भी कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
अन्य गांव जहां मुकाबला बराबरी का है, वे हैं कुराडा, कुराडी, बालोंगी, बढ माजरा और पापड़ी।
इस बार पंचायत चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने अपने-अपने तरीके अपनाए हैं। कांग्रेस नेता बलबीर सिंह सिद्धू जहां अपने पसंदीदा उम्मीदवारों का समर्थन कर रहे हैं, वहीं आप के मोहाली विधायक ने खुद को चुनाव से अलग कर लिया है।
डेरा बस्सी विधायक कुलजीत सिंह रंधावा और डेरा बस्सी कांग्रेस प्रभारी दीपिंदर सिंह ढिल्लों ने नामांकन प्रक्रिया को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं। शिअद नेता एनके शर्मा अपने समर्थकों के नामांकन पत्रों को खारिज करने में आप के कथित हस्तक्षेप के बारे में मुखर रहे हैं।
उपायुक्त (डीसी) आशिका जैन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दीपक पारीक ने आज डिस्पैच सेंटरों और अतिसंवेदनशील बूथों का दौरा किया।
सरकारी स्कूल 3बी1 मोहाली स्थित डिस्पैच सेंटर, अतिसंवेदनशील बूथ लांडरां तथा सरकारी कॉलेज डेराबस्सी स्थित डिस्पैच सेंटर का दौरा करते हुए डीसी तथा एसएसपी ने अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश जारी किए।