स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने डीएलएफ फेज 3 क्षेत्र के यू ब्लॉक में स्थित दो क्लीनिकों पर छापेमारी की और तीन फर्जी डॉक्टरों को अवैध रूप से मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी किट (एमटीपी किट) बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया।
छापेमारी टीम ने दोनों क्लीनिकों को सील करते हुए उनके कब्जे से गर्भपात की दवाएं जब्त कीं। डीएलएफ फेज 3 पुलिस स्टेशन में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं। पुलिस के अनुसार, सोमवार देर शाम नाथूपुर रोड स्थित बंगाली क्लीनिक और नवजीवन क्लीनिक पर छापेमारी की गई।
क्लीनिक के संचालक पंजीकृत चिकित्सक होने की आड़ में एमटीपी किटों के अवैध वितरण में लिप्त थे, जो पंजीकृत चिकित्सक न होते हुए भी गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम का उल्लंघन था। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरीश कुमार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, उन्हें बताया गया कि उपरोक्त अपंजीकृत चिकित्सक एमटीपी किट बेच रहे हैं।
इन किटों का उपयोग करके खुलेआम गर्भपात किया जा रहा था, जबकि इनका उपयोग केवल सेवा प्रदाता की देखरेख में और एमटीपी अधिनियम के तहत निर्दिष्ट चिकित्सा सुविधा में ही किया जाना था। इसके बाद, फर्जी ग्राहकों की मदद से छापेमारी की गई।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नवजीवन क्लिनिक के संचालक डॉ. सैलेन सरकार और बंगाली क्लिनिक के परेश नूनिया और फैजल के रूप में हुई है।
डॉ. हरीश कुमार की शिकायत के बाद आरोपियों के खिलाफ बीएनएस, नेशनल मेडिकल कमीशन एक्ट, ईसी एक्ट और एमटीपी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है।
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