भले ही हरियाणा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (हरसैक ) के आंकड़ों से पता चला है कि राज्य में खेत की आग में लगभग 37% की गिरावट आई है, पिछले महीने “गंभीर” वायु प्रदूषण और जमीनी स्थिति ने आंकड़ों को खारिज कर दिया है।
हरसैक के अनुसार, इस ख़रीफ़ सीज़न में फ़तेहाबाद जिले में 579 सक्रिय अग्नि स्थान (एएफएल) दर्ज किए गए। जिले ने लगातार तीसरे वर्ष राज्य में एएफएल की सबसे अधिक संख्या दर्ज की है। इसने 2022 में 767 एएफएल और 2021 में 1,479 एएफएल की सूचना दी थी। कई गांवों के किसानों का दावा है कि जमीनी स्थिति पिछले साल से भी बदतर थी। नवंबर में लगभग दो सप्ताह तक हवा की गुणवत्ता खराब होकर “गंभीर” हो गई थी। विशेषज्ञों ने दावा किया कि जींद, हिसार और कैथल जिलों में AQI लगातार 400 (“गंभीर” श्रेणी) से ऊपर था, जो दर्शाता है कि अधिक मामले थे।