November 28, 2024
Himachal

हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज से रैगिंग के आरोप में 4 छात्र निष्कासित

धर्मशाला, 12 जून टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के दो मामले सामने आए हैं, जिनमें चार मेडिकल छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, टांडा मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने 2019 बैच के दो मेडिकल छात्रों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और उन्हें एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। एक अन्य मामले में, 2022 बैच के दो छात्रों पर रैगिंग के आरोप में 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है और उन्हें 6 महीने के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है।

यह टांडा मेडिकल कॉलेज में किसी भी तरह के अपराध के लिए छात्रों पर लगाया गया अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। सूत्रों ने बताया कि 2019 बैच के दो मेडिकल छात्रों ने 2020 बैच के अपने दो जूनियर छात्रों की रैगिंग की। 5 जून को हुई एक अन्य घटना में 2022 बैच के दो छात्रों ने अपने जूनियर छात्रों की रैगिंग की।

रैगिंग का शिकार हुए करीब 8 छात्रों ने टांडा मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को मामले की सूचना देने के बजाय नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। एनएमसी ने टांडा मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को पत्र लिखा, जिन्होंने मामले को कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी को भेज दिया।

टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मिलाप शर्मा ने फोन पर बताया कि रैगिंग के आरोप में 2019 और 2022 बैच के दो-दो छात्रों समेत चार छात्रों को कॉलेज से निष्कासित किया गया है। उन्होंने बताया कि दोषी छात्रों पर भारी जुर्माना भी लगाया गया है, ताकि भविष्य में ऐसी हरकतें न हों।

टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की घटना में एक छात्र अमन काचरू की जान चली गई थी। यह घटना राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग की किसी भी घटना के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की।

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