फ़रीदाबाद, 6 जनवरी पिछले वित्तीय अवधि में फरीदाबाद सर्कल में बिजली चोरी के मामलों में लगाए गए जुर्माने की वसूली लगभग 59 प्रतिशत रही है।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के सूत्रों के मुताबिक, सरकार 2022-23 के दौरान 35 करोड़ रुपये के जुर्माने के मुकाबले 20.78 करोड़ रुपये (लगभग 60 प्रतिशत) की राशि वसूल करने में सक्षम रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लाइन लॉस चार गुना ग्रामीण फीडरों में लाइन लॉस (स्रोत से गंतव्य तक बिजली में कमी) शहरी क्षेत्रों की तुलना में लगभग चार गुना हो गया है। पिछले साल नवंबर के अंत तक शहरी फीडरों में जहां 10.71% लाइन लॉस दर्ज किया गया था, वहीं ग्रामीण फीडरों में यह 41.40% था। डीएचबीवीएन के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ ने कहा, विभाग रिकवरी स्तर में सुधार और लाइन लॉस को रोकने के लिए सभी उपाय कर रहा है। चार मुख्य डिवीजनों में से ग्रेटर फरीदाबाद डिवीजन में सबसे ज्यादा 1,678 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए। 1,518 मामलों के साथ बल्लभगढ़ डिवीजन दूसरे स्थान पर है।
जिले में कुल 3,499.74 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, लेकिन विभाग केवल 2077.92 करोड़ रुपये (59.37 प्रतिशत) की वसूली कर सका।
चोरी के सबसे कम मामलों (448) के साथ फरीदाबाद डिवीजन सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र था। बिजली आपूर्ति विभाग के पास उपलब्ध विवरण के अनुसार, 2022-23 में 258.53 लाख रुपये के कुल जुर्माने में से 223.81 लाख रुपये की वसूली के साथ इसकी वसूली प्रतिशत 86.57 थी।
सबसे कम वसूली स्तर बल्लभगढ़ डिवीजन में था, जहां विभाग 1,243.43 लाख रुपये (48.96 प्रतिशत) के जुर्माने के मुकाबले लगभग 608.96 लाख रुपये वसूलने में कामयाब रहा। 2021-22 में 4,001 बिजली चोरी की सूचना मिली। 3,002.01 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया और 1,055.38 लाख रुपये की वसूली की गई।
हालाँकि, ग्रामीण फीडरों में लाइन लॉस (स्रोत से गंतव्य तक बिजली में कमी) शहरी क्षेत्रों की तुलना में लगभग चार गुना अधिक था। पिछले साल नवंबर के अंत तक शहरी फीडरों में जहां 10.71 प्रतिशत लाइन लॉस दर्ज किया गया था, वहीं ग्रामीण फीडरों में यह 41.40 प्रतिशत था।
डीएचबीवीएन के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ ने कहा, विभाग रिकवरी स्तर में सुधार और लाइन लॉस को रोकने के लिए सभी उपाय कर रहा है।
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