जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा आज जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कांगड़ा जिले में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, 61 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और 212 पेयजल आपूर्ति योजनाएं ठप हो गई हैं।
बारिश से 15 घर और 25 गौशालाएँ भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। थुरल तहसील के चालाह गाँव में कल रात एक तेंदुए के हमले में निवासी रूज मुम्मा की नौ बकरियाँ मारी गईं। धर्मशाला उप-मंडल सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है, जहाँ आठ सड़कें अवरुद्ध हैं और 85 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हैं। नूरपुर उप-मंडल में 10 सड़कें अवरुद्ध हैं और 126 जलापूर्ति योजनाएँ ठप हैं।
शाहपुर में 14 सड़कें अवरुद्ध हो गईं तथा एक विद्युत वितरण ट्रांसफार्मर में खराबी आ गई। पालमपुर/भवारना क्षेत्रों में 11 सड़कें अवरुद्ध होने और एक बिजली ट्रांसफार्मर के खराब होने की सूचना मिली। इंदौरा और देहरा में छह-छह सड़कें अवरुद्ध होने की सूचना मिली, साथ ही देहरा में एक जलापूर्ति योजना भी बाधित होने की सूचना मिली। नगरोटा बगवां (चार सड़कें) और जयसिंहपुर (दो सड़कें) में छोटी रुकावटें दर्ज की गईं।