मंडी जिले के नेरचौक स्थित अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय (एएमआरयू) ने सुंदरनगर उपमंडल के धनोटू में अपना 7वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कश्यप ने की।
समारोह का मुख्य आकर्षण उत्कृष्ट सेवा की मान्यता थी। जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) देशराज को ‘वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी’ का खिताब दिया गया। इस कार्यक्रम में जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों की प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया।
अपने संबोधन में प्रोफेसर कश्यप ने विश्वविद्यालय की यात्रा और चिकित्सा शिक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार किया। हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय अधिनियम, 2017 के तहत स्थापित, AMRU चिकित्सा परीक्षाओं, कॉलेज संबद्धता और स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों की सुविधा प्रदान करता है। विश्वविद्यालय वर्तमान में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीडीएस, बीएचएमएस, एमडी/एमएस, बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और विभिन्न पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों सहित कार्यक्रमों के लिए प्रवेश, परीक्षा और संबद्धता की देखरेख करता है।
प्रोफेसर कश्यप ने कोविड-19 महामारी के दौरान एएमआरयू के महत्वपूर्ण योगदान और इसके चल रहे डिजिटल परिवर्तन पर प्रकाश डाला, जिसमें अधिकांश संचालन अब कागज रहित हैं। उन्होंने एक शोध केंद्र, शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने और रोजगार के अवसरों का विस्तार करने की योजनाओं की भी घोषणा की।
कर्मचारियों को समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, “अगर हम इस विश्वविद्यालय को अपना मानेंगे, तो यह निश्चित रूप से प्रगति करेगा और नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।” महिला सशक्तिकरण पर उन्होंने समान भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया और महिलाओं से अपनी क्षमता को पहचानने का आग्रह किया।