हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण राज्य भर में दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 795 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, अकेले मंडी ज़िले में राष्ट्रीय राजमार्ग 3 समेत 289 सड़कें बंद हैं, जो राज्य में सबसे ज़्यादा है। इसके अलावा, चंबा में लगभग 214 सड़कें, कुल्लू में राष्ट्रीय राजमार्ग 305 समेत 131 सड़कें, सिरमौर में 41, कांगड़ा में 33, बिलासपुर में 26, सोलन में 23, शिमला में 15, ऊना में 14, हमीरपुर में पाँच, किन्नौर में दो और लाहौल-स्पीति ज़िले में एक सड़क भारी बारिश के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध है।
इसके अलावा, 956 विद्युत वितरण ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं, जिनमें चंबा में 390, सोलन में 172, मंडी में 130, हमीरपुर में 97, कुल्लू में 52, ऊना में 16, किन्नौर में आठ, शिमला में पांच और कांगड़ा जिले में दो ट्रांसफार्मर शामिल हैं। इससे इन जिलों के कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।
इसके अलावा, 517 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हैं, जिनमें चंबा में 182, कांगड़ा में 148, हमीरपुर में 95, मंडी और कुल्लू में 33-33, शिमला में 21, सिरमौर में तीन तथा सोलन और ऊना जिलों में एक-एक जलापूर्ति योजनाएं शामिल हैं।
राज्य में 26 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है, क्योंकि राज्य के मौसम विभाग ने चंबा और कांगड़ा जिलों के लिए लाल मौसम चेतावनी जारी की है। विभाग ने कुल्लू और मंडी जिलों के लिए नारंगी मौसम चेतावनी और ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और लाहौल-स्पीति जिलों के लिए पीली मौसम चेतावनी जारी की है। एहतियात के तौर पर, मंडी, ऊना, चंबा, बिलासपुर और कुल्लू के कुल्लू, मनाली और बंजार उपमंडलों सहित कई जिलों ने मंगलवार को अपने-अपने जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद रखने की घोषणा की है।
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