यमुनानगर जिले की अनाज मंडियों में अब तक केवल 8,412 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है, क्योंकि जलवायु परिस्थितियों के कारण यहां गेहूं की फसल की कटाई में देरी हो रही है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कुल 8,412 मीट्रिक टन में से 3,473 मीट्रिक टन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा, 3,739 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा तथा 1,200 मीट्रिक टन हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा खरीदा गया।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि जिले की सभी अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू हो गई है तथा सरकारी खरीद एजेंसियां अनाज मंडियों में निर्धारित मानदंडों के अनुसार 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद सुचारू रूप से कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि चालू रबी सीजन में (9 अप्रैल तक) जिला की बिलासपुर अनाज मंडी में 1293 मीट्रिक टन गेहूं, छछरौली अनाज मंडी में 461 मीट्रिक टन गेहूं, गुमथला राव अनाज मंडी में 190 मीट्रिक टन गेहूं तथा जगाधरी अनाज मंडी में 1267 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है।
उन्होंने बताया कि खारवन अनाज मंडी में 93 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर अनाज मंडी में 2,695 मीट्रिक टन, रादौर अनाज मंडी में 1,030 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मंडी में 390 मीट्रिक टन, रसूलपुर अनाज मंडी में 293 मीट्रिक टन तथा सढौरा अनाज मंडी में 700 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई।
डीसी पार्थ गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अनाज मंडियों में पेयजल, सफाई, शौचालय व बिजली जैसी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दें ताकि किसानों को अपनी गेहूं की फसल बेचने में परेशानी न आए।
डीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को मंडियों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए हैं ताकि गेहूं की खरीद कार्य से जुड़े आढ़तियों, मजदूरों व किसानों को सभी सुविधाएं मिल सकें।
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