उलन बातोर, मंगोलिया की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एनईएमए) ने बताया है कि इस साल की शुरुआत से अब तक पूरे देश में डूबकर कुल 85 लोगों की मौत हो गई।
एनईएमए ने सोमवार को बताया कि मृतकों में 71 वयस्क और 14 बच्चे शामिल हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने इन दुर्घटनाओं के लिए लापरवाही, बच्चों को बिना देखरेख के छोड़ना तथा शराब पीकर तैराकी को जिम्मेदार ठहराया है।
एजेंसी ने कहा कि यात्रा और दर्शनीय स्थलों की यात्रा का ये पीक सीजन है, इस मौसम में मंगोलिया की प्रमुख नदियां लबालब हैं, इसे देखते हुए एजेंसी ने जनता से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने और नदियों के पास आराम करते समय संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया है।
एजेंसी ने कहा कि यात्रियों को सावधानी बरतनी चाहिए और नदी के पास से गुजरने से पहले मौसम की जानकारी लेनी चाहिए। जनता से आग्रह है कि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें तथा नदियों के पास आराम करते समय संभावित दुर्घटनाओं को लेकर सतर्क रहें।
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और पर्यावरण निगरानी एजेंसी (एनईएमएचईएम) ने बीते बुधवार को लगातार भारी बारिश से देश भर की प्रमुख नदियों में जलस्तर बढ़ने के बाद मंगोलिया में बाढ़ की चेतावनी जारी की थी।
एजेंसी के अनुसार, तुउल, खेरलेन, सेलेंज, ओनोन, ओरखोन और खराआ समेत कई प्रमुख नदियां अपने चेतावनी स्तर को 20 से 195 सेंटीमीटर तक पार कर गई थी।