गुरुग्राम पुलिस की साइबर सेल विंग ने साइबर अपराधियों के लिए फर्जी बैंक खाते खोलने के आरोप में एक निजी बैंक के पूर्व अधिकारी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर फरवरी में उनके द्वारा की गई 1.78 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सुलझाया है।
एसीपी (साइबर क्राइम) प्रियांशु दीवान ने बताया कि आरोपी पूर्व बैंक अधिकारी की पहचान मुकुल सुहालका के रूप में हुई है, जो पहले इंडसइंड बैंक में कार्यरत था।
पुलिस ने उसके साथी प्रहलाद सुहालका को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को क्रमशः उदयपुर और चित्तौड़गढ़ से गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अब तक कुल नौ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
तदनुसार, भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान, पुलिस ने विभिन्न बैंक खातों में जमा 39.60 लाख रुपये फ्रीज कर दिए, जो जालसाजों द्वारा कुल राशि में से अन्य खातों में ट्रांसफर कर दिए गए थे। बरामद की गई राशि पीड़ित को वापस कर दी गई।