हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 2024 की तुलना में 2025 में 9 प्रतिशत कम हो गई है। इस वर्ष 1 जनवरी से 30 सितंबर तक, राज्य में 2025 में 1,406 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जबकि 2024 में इसी अवधि के दौरान 1,546 दुर्घटनाएं हुईं।
आंकड़ों से पता चलता है कि शिमला ज़िले में सबसे ज़्यादा 194 दुर्घटनाएँ हुईं, इसके बाद मंडी (180), सिरमौर (137), ऊना (128), सोलन (117), कुल्लू और कांगड़ा (107-107), बिलासपुर (99), बद्दी (96), नूरपुर (55), चंबा (54), हमीरपुर (51), देहरा पुलिस ज़िला (35) और किन्नौर (30) का स्थान रहा। राज्य में सबसे कम 16 दुर्घटनाएँ लाहौल और स्पीति में हुईं।
2024 (1 जनवरी से 30 सितंबर) में शिमला में 238, मंडी में 203, ऊना में 167, कांगड़ा में 160, सोलन में 142, सिरमौर में 127, कुल्लू में 116, बिलासपुर में 106, बद्दी में 86, चंबा में 64, नूरपुर में 61, हमीरपुर में 57 और किन्नौर में 17 मौतें हुईं। हालांकि, इस दौरान लाहौल और स्पीति में कोई दुर्घटना सामने नहीं आई।
पुलिस विभाग का कहना है कि सड़क सुरक्षा उपायों और यातायात प्रबंधन के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण यह गिरावट देखी गई है। अधिकारियों का कहना है कि सख्त पुलिस व्यवस्था, एल्कोमीटर के इस्तेमाल और ऑनलाइन चालान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इसके अलावा, ज़िम्मेदार ड्राइविंग व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए यातायात नियमों के अनुपालन और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को बेहतर बनाया गया है।

