कांगड़ा जिले में कई स्थानीय युवा नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त हो रहे हैं। पिछले साल कांगड़ा जिले में गिरफ्तार किए गए नशीली दवाओं के तस्करों में से लगभग 90 प्रतिशत राज्य से थे।
कांगड़ा पुलिस से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में उन्होंने जिले में सक्रिय ड्रग तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत 149 मामले दर्ज किए। इन मामलों में 245 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 235 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 215 हिमाचल के निवासी थे और 30 अन्य राज्यों के थे, जिनमें से अधिकांश पड़ोसी राज्य पंजाब के थे।
वर्ष 2024 में कांगड़ा पुलिस ने 24 किलोग्राम चरस जब्त की, जिसका अधिकांश हिस्सा हिमाचल में उत्पादित होता है, 194 ग्राम अफीम जो पंजाब या राजस्थान जैसे अन्य राज्यों से हिमाचल में आती है तथा 873 ग्राम हेरोइन जो पंजाब और जम्मू-कश्मीर जैसे पड़ोसी राज्यों से राज्य में आती है।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों से 43.74 लाख रुपए की नकदी और आभूषण जब्त किए। इसके अलावा, तस्करी में इस्तेमाल किए जाने वाले 33 वाहन भी जब्त किए गए, जिनकी कीमत करीब 81 लाख रुपए है।
2025 में अब तक कांगड़ा जिले में NDPS एक्ट के तहत 67 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 101 हिमाचल के और 19 राज्य से बाहर के हैं। इन 67 मामलों में पुलिस ने आरोपियों से 503 ग्राम चिट्टा या हेरोइन जब्त की है। इसके अलावा पुलिस ने ड्रग तस्करी में इस्तेमाल किए जाने वाले 16 वाहन भी जब्त किए हैं।
एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस ने पिछले वर्ष जिले में नशा तस्करी के गिरोहों का भंडाफोड़ करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
वर्ष 2024 में पुलिस को एक बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने हेरोइन के एक बड़े सप्लायर को गिरफ्तार किया जो कांगड़ा जिले में सक्रिय तस्करों को प्रतिबंधित पदार्थ की आपूर्ति कर रहा था। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों की जांच के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया था कि उन्होंने होशियारपुर के लंगड़ा राम नामक डीलर से यह प्रतिबंधित पदार्थ खरीदा था और उन्होंने डीलर को पैसे भी भेजे थे।
धर्मशाला पुलिस ने पिछले साल लंगरा राम को जालंधर के गांधी कैंप निवासी ड्राइवर राकेश कुमार के साथ धर्मशाला में घूमते हुए पाया था। उनकी गाड़ी की तलाशी के दौरान 54 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी। शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि लंगरा राम की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस मादक पदार्थ एवं मन:प्रभावी पदार्थ के अवैध व्यापार की रोकथाम (पीआईटी एनडीपीएस) अधिनियम के तहत आदतन मादक पदार्थ तस्करों की निवारक गिरफ्तारी भी करेगी।
पुलिस की सख्ती के बावजूद, क्षेत्र में युवाओं द्वारा सिंथेटिक ड्रग्स के बढ़ते इस्तेमाल ने राज्य में चिंता पैदा कर दी है। कानून प्रवर्तन एजेंसियां स्थानीय युवाओं के जल्दी पैसा कमाने के लिए ड्रग्स की तस्करी में शामिल होने को लेकर चिंतित हैं।
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