रामपुर, 12 जून भीषण गर्मी के बीच पहाड़ों में ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इसके साथ ही सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। एहतियात के तौर पर प्रशासन लोगों से नदी के किनारों से दूर रहने को कह रहा है।
नाथपा झाकरी जलविद्युत परियोजना, देश की सबसे बड़ी भूमिगत विद्युत परियोजना है जिसकी क्षमता 1,500 मेगावाट है, जो सतलुज के किनारे स्थित है। अधिकारियों ने जल स्तर बढ़ने पर लोगों को सचेत करने के लिए तट के किनारे कई स्थानों पर अलार्म सिस्टम लगाए हैं।
एसजेवीएन नाथपा झाकड़ी परियोजना के प्रमुख मनोज कुमार ने बताया कि देश में पहली बार परियोजना स्थल पर पूर्व चेतावनी प्रणाली स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि अधिकारी नदी में बढ़ते जलस्तर के बारे में घोषणा कर रहे हैं। लोगों को घटनाक्रम के बारे में जागरूक रखने के लिए अन्य संचार माध्यमों का भी उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “लोगों को 15 सितंबर तक नदी के किनारों से दूर रहना चाहिए क्योंकि पहाड़ों से अतिरिक्त पानी बह रहा है और इसे छोड़ना होगा। परियोजना चौबीसों घंटे पूरी क्षमता से काम कर रही है। बांध से गाद निकालने की प्रक्रिया के दौरान जल स्तर बढ़ जाता है।”
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