नई दिल्ली, 23 अक्टूबर । वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 पर विचार-विमर्श करने के लिए बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में हुए हंगामे पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कल्याण बनर्जी के व्यवहार पर कहा कि लोकतंत्र में उनकी हरकत को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “लोकतांत्रिक व्यवस्था में वैचारिक मतभेद के लिए निश्चित रूप से अपनी विचारधारा का आदर होना चाहिए, लेकिन सिर्फ अपनी विचारधारा को प्राथमिकता देना और इसके विपरीत बात करने वालों को हिंसात्मक तरीके या क्रोध करके दबाने की कोशिश करना, इसे लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि कल्याण बनर्जी ने जिस तरह का आचरण और व्यवहार किया, वह ना केवल संसदीय परंपराओं और संस्थाओं का अपमान है बल्कि संवैधानिक व्यवस्थाओं और लाखों मतदाताओं का भी अपमान है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में ये व्यवहार गलत है। मैं कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन के सारे नेताओं से यह पूछना चाहता हूं कि इस पर उनका क्या स्टैंड है। उन्हें अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी से लेकर इंडी गठबंधन के सभी लोगों को इस मामले में कुछ बोलना चाहिए। अगर वे बयान नहीं देते हैं तो उन्हें इसका खंडन करना चाहिए या फिर जनता को जवाब दें। इस तरह के अलोकतांत्रिक व्यवहार को लेकर उनकी क्या प्रतिक्रिया है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 पर विस्तार से विचार-विमर्श करने के लिए बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में जबरदस्त हंगामा हुआ। जेपीसी की बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच जोरदार बहस भी देखने को मिली। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन विधेयक को इस्लामिक आस्था के खिलाफ बताते हुए इसकी कमियों को लेकर अपनी बात रखी। तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने भी इस्लाम धर्म की मान्यता से जुड़े कई सवालों को उठाते हुए सरकार से जवाब मांगा।
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