November 25, 2024
National

आज हम अधिकार के साथ लोगों के दरवाजे पर वोट मांगने आए हैं : हेमंत सोरेन

रांची, 28 अक्टूबर । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को संथाल परगना प्रमंडल की गोड्डा, पोड़ैयाहाट और मधुपुर सीटों पर इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशियों के नामांकन के बाद चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार और भाजपा पर जोरदार जुबानी हमला किया।

उन्होंने कहा कि जब मैंने केंद्र से झारखंड के लोगों के हक का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये मांगा तो मुझे जेल में डाल दिया गया। झारखंड में जब से हमने सरकार बनाई है, उसके एक घंटे के बाद से व्यापारियों ने सरकार गिराने का खेल शुरू कर दिया। उनके षड्यंत्रों से बचते हुए हमारी सरकार ने पांच साल पूरे किए।

सोरेन ने कहा कि 2019 में हमने पांच साल के लिए वोट की भीख मांगी थी। आज हम अधिकार के साथ लोगों के दरवाजे पर वोट मांगने आए हैं। अधिकार इसलिए, क्योंकि बीते पांच सालों में हमने जनता के लिए काम किया है। कोरोना काल में हमने बदतर स्थितियों में भी लोगों को भूख से मरने नहीं दिया। मजदूरों को हवाई जहाज से राज्य में लाया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में महंगाई आसमान छू रही है। भाजपा की सरकार में पांच रुपए का प्लेटफार्म टिकट पचास रुपए हो गया है। आटा-दाल, सब्जी की कीमत आसमान छू रही है। आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। हमने राज्य की जनता को महंगाई से बचाने के लिए महिलाओं के खाते में एक हजार रुपये भेजने की शुरुआत की। अगर झारखंड में फिर से हमारी सरकार बनी तो महिलाओं के खाते में हर साल एक-एक लाख रुपए भेजने का काम करेंगे।

सभा में मौजूद रहे बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने कहा कि झारखंड बनने के बाद जो मुख्यमंत्री बने हैं, उनमें चार भाजपा के पास हैं। हमारे पास सिर्फ एक मुख्यमंत्री है और वे हेमंत सोरेन हैं। वे शेर के बेटे हैं, जिन्होंने झारखंड के एक-एक आदिवासी और मूलवासी के लिए लड़ने को कमर कस ली है।

उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों ने तीर-धनुष से अंग्रेजों का मुकाबला किया था। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने हुकूमत के आगे घुटने नहीं टेके थे। भाजपा की लड़ाई जल-जंगल और जमीन कब्जा करने की है, जबकि इंडिया ब्लॉक जल, जंगल और जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहा है।

इन जनसभाओं के पहले गोड्डा के राष्ट्रीय जनता दल के संजय सिंह यादव, पोड़ैयाहाट से कांग्रेस के प्रदीप यादव और मधुपुर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के हफीजुल हसन अंसारी ने नामांकन पत्र दाखिल किए।

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