मैसूर, 6 नवंबर । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया बुधवार को मैसूर में लोकायुक्त पुलिस कार्यालय पहुंचे। लोकायुक्त पुलिस ने मुडा साइट आवंटन मामले में सीएम से पूछताछ की।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक (एसपी) टीजे उदेश के नेतृत्व वाली एक टीम ने सीएम सिद्दारमैया से पूछताछ की। लगभग दो घंटे चली पूछताछ के दौरान उन्होंने अधिकारियों के सवालों के सभी जवाब दिए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीएम जारी किए गए समन के जवाब में लोकायुक्त पुलिस के सामने पेश हुए थे।
लोकायुक्त पुलिस कार्यालय से पूछताछ के बाहर निकले पर सीएम सिद्दारमैया ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने मुझसे कई सवाल पूछे, मैंने सभी सवालों के जवाब दिए। इन सभी बातों को रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद सभी जवाबों को एक बार फिर दोहराया गया और मुझसे पूछा गया कि क्या ये सभी जवाब सही हैं, मैंने हां में जवाब दिया। मुझसे दोबारा आने को लेकर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है, ये मामला झूठा है और मुझे विश्वास है कि सच की जीत होगी।”
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले की जांच कर रही है। इस मामले की जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को भी सौंपे जाने की मांग करते हुए कर्नाटका हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है।
बता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने बीते मंगलवार को आरटीआई कार्यकर्ता स्नेहमयी की ओर से दायर रिट याचिका पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और अन्य को नोटिस जारी किया। याचिका में मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) मामले को सीबीआई को स्थानांतरित करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने सिद्दारमैया की पत्नी पार्वती, उनके साले मल्लिकार्जुन स्वामी, भारत संघ, राज्य सरकार, सीबीआई और लोकायुक्त को भी नोटिस जारी किया। उन्होंने लोकायुक्त को मामले में अब तक की गई जांच का ब्यौरा पेश करने का निर्देश दिया है। अदालत ने अगली सुनवाई 26 नवंबर के लिए निर्धारित की है।
इस बीच, लोकायुक्त पुलिस ने मामले में आरोपी नंबर एक सीएम सिद्दारमैया को 6 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। आज वह लोकायुक्त पुलिस कार्यालय पहुंचे और उन्होंने मामले के संबंध में पूछे गए सभी सवालों के जवाब दिए। 25 अक्टूबर को सीएम की पत्नी से भी पूछताछ की गई थी। वह इस मामले में आरोपी नंबर दो हैं।
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