रविवार और सोमवार की मध्य रात्रि को यहां टिटौली बाईपास के पास विशेष कार्य बल (एसटीएफ) रोहतक और स्थानीय पुलिस की सीआईए-1 शाखा की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में दो अपराधी घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि दोनों ने पुलिस पर भी फायरिंग की; दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गए, लेकिन सौभाग्य से उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखी थी। सूत्रों ने बताया कि घायलों में फतेहाबाद के जसबीर और खरखौदा (सोनीपत) के साहिल को इलाज के लिए पीजीआईएमएस रोहतक में भर्ती कराया गया है।
नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “प्रारंभिक जांच में इनके कुख्यात भाऊ गिरोह से संबंध होने की बात सामने आई है। इनके पास से दो हथियार बरामद किए गए हैं।”
पिछले एक सप्ताह में स्थानीय पुलिस और बदमाशों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ थी और दोनों बार बदमाशों को पकड़ने में एसटीएफ रोहतक ने अहम भूमिका निभाई। इससे पहले, पुलिस मुठभेड़ में यूपी के एक बदमाश की मौत हो गई थी और आपराधिक रिकॉर्ड वाले दो अन्य को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि एसटीएफ रोहतक क्षेत्र में सक्रिय भाऊ और नंदू सहित विभिन्न गिरोहों के सदस्यों को पकड़ने पर ध्यान केंद्रित कर रही थी और उसे अपने अभियान में सफलता भी मिली है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सूचना मिलने पर एसटीएफ और सीआईए-1 की संयुक्त टीम ने टिटोली बाईपास के पास मोटरसाइकिल पर घूम रहे आरोपियों को पकड़ा। उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। बुलेटप्रूफ जैकेट पहने दो पुलिसकर्मियों को गोलियां लगीं। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी के दौरान जसबीर और साहिल घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए पीजीआईएमएस में भर्ती कराया गया है।”
सूत्रों ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि झज्जर के फाइनेंसर मंजीत की हत्या में उनकी कोई भूमिका है या नहीं, जिसकी दो दिन पहले किलोई गांव में एक शादी समारोह में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया से कई बार संपर्क करने की कोशिश के बावजूद संपर्क नहीं हो सका।
Leave feedback about this