दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) एक बार फिर सत्ता हासिल करने का प्रयास कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लंबे इंतजार के बाद जीत का डंका बजाने की ताक में है। इस चुनाव में मटियाला विधानसभा सीट कई मायनों में बहुत अहम है। इस बार यहां तगड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
मटियाला विधानसभा क्षेत्र दिल्ली की 70 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। यह सीट पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा है। मटियाला विधानसभा क्षेत्र साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार गुलाब सिंह यादव ने यहां से जीत दर्ज की थी। उन्हें कुल 139,010 वोट मिले थे। जबकि भाजपा उम्मीदवार राजेश गहलोत को 110,935 और कांग्रेस उम्मीदवार सुमेश शौकीन को 7,317 वोट मिले थे। साल 2015 में भी आप के गुलाब सिंह यादव इस सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे।
इस बार आम आदमी पार्टी ने सुमेश शौकीन को मैदान में उतारा है, जबकि, भाजपा ने संदीप सहरावत और कांग्रेस ने रघुविंदर शौकीन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के मुद्दे के अलावा कई समस्याएं हैं। इस सीट पर पूर्वांचल के मतदाताओं का काफी दबदबा है।
इसलिए इस सीट पर भाजपा, आप और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है। ‘आप’ इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाना चाहेगी, तो भाजपा और कांग्रेस इस सीट को फिर से जीतने की पूरी कोशिश करेंगी। साल 2013 में इस सीट से भाजपा उम्मीदवार राजेश गहलोत ने जीत दर्ज की थी, हालांकि इससे पहले इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। राजनीतिक दलों के नेता जनता के बीच विभिन्न मुद्दों पर वोट मांगने जा रहे हैं। इस बार मटियाला विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता तय करेगी।
एक अनुमान के अनुसार, मटियाला विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख मतदाता हैं। यहां मुस्लिम मतदाता लगभग 5.1 फीसद, शर्मा 4.1 फीसद, यादव 2.2 फीसद और ईसाई लगभग 0.7 फीसद और कुमार 8.8 फीसद हैं। ऐसे में इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने का पूरा प्रयास कर रही हैं, ताकि आप से यह सीट छीन सकें।
मटियाला विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 4 लाख 52 हजार से अधिक है। यहां 2,39,571 पुरुष मतदाता, 2,12,460 महिला मतदाता और 22 थर्ड जेंडर वोटर हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को एक चरण में होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक, 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतगणना 8 फरवरी को होगी।
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