January 30, 2025
Uttar Pradesh

महाकुंभ 2025: घटना के बाद अखाड़ा परिषद बोला स्नान के लिए तैयार, हो रही बातचीत

Mahakumbh 2025: After the incident, Akhara Parishad said ready for bath, talks are going on

प्रयागराज, 29 जनवरी । मौनी अमावस्या पर भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की वहीं, अखाड़ा परिषद ने भी अमृत स्नान को लेकर प्रशासन से बातचीत की है।

अखाड़ा परिषद ने कहा कि सभी साधु संत अमृत स्नान के लिए तैयार हैं। अभी उनकी प्रशासन से बात चल रही है, वे स्नान कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा कि मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि अमृत स्नान के लिए साधु संत जाएंगे। इसके लिए मेला प्रशासन से बातचीत हो रही है। साथ ही उन्होंने लोगों से संगम की तरफ न जाने की अपील की है। मेला प्रशासन से बातचीत हो रही है। हम स्नान करने की तैयारी में हैं। अभी समय नहीं बीता है। हम छोटे जुलूस के साथ स्नान के लिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस क्रम में अखाड़े चल रहे हैं, उसी क्रम में स्नान होगा।

उन्होंने कहा कि अफवाह पर ध्यान न दें। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है।

हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामना की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें।

वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में ‘अमृत’ बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो ‘अमृत’ आपको प्राप्त होगा। ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है। घटना के बाद अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ था।

राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। मामला अब नियंत्रण में आ गया है। हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक घटना का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। जारी वीडियो के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

Leave feedback about this

  • Service