राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ला ने आज राज्य में बढ़ते नशे के खतरे पर चिंता व्यक्त की, साथ ही यह सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया कि हर घर नशे से मुक्त रहे। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त घर एक सुरक्षित और स्वस्थ राज्य की ओर ले जाता है।
आज चायल में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने नशे की लत के खतरनाक प्रसार पर प्रकाश डाला, खासकर युवाओं में और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस मुद्दे से निपटने में सोलन और शिमला पुलिस के प्रयासों की सराहना की और उनके समर्पण की सराहना की।
उन्होंने नशीली दवाओं की मांग को कम करने और नशे की लत से पीड़ित लोगों के समुचित पुनर्वास को सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया। राज्यपाल ने कुछ निजी नशा मुक्ति केंद्रों के संचालन के बारे में भी चिंता जताई।
प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर उन्होंने हिमाचल प्रदेश में नशा विरोधी अभियान शुरू किया और अपने कार्यकाल के एक साल के भीतर सकारात्मक बदलाव देखे। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं, क्योंकि परिवार और समाज में उनका महत्वपूर्ण प्रभाव है। सड़क दुर्घटनाओं सहित नशीली दवाओं के दुरुपयोग के गंभीर परिणामों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया कि वे प्रवेश के दौरान छात्रों से नशा विरोधी शपथ अनिवार्य करें, जिसमें उल्लंघन करने वालों को निष्कासित करने का प्रावधान हो।
नशा निवारण बोर्ड के पूर्व संयोजक ओपी शर्मा ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने में माता-पिता और समाज की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया और सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की वकालत की। महर्षि मार्कंडेश्वर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर रवि शर्मा ने सिंथेटिक ड्रग्स के घातक प्रभाव और समय रहते पता लगाने और हस्तक्षेप में समाज की भूमिका पर प्रकाश डाला।
परवाणू के पुलिस उपाधीक्षक मेहर पंवार ने सिंथेटिक ड्रग्स की बढ़ती चुनौती को स्वीकार किया और बताया कि सोलन पुलिस ने जुलाई 2023 से 139 मामले दर्ज किए हैं, 321 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए हैं।
चायल ग्राम पंचायत प्रधान उषा शर्मा ने नशामुक्ति पहल के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया, जबकि चायल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष देविंदर वर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया और अभियान के प्रति एसोसिएशन की प्रतिबद्धता की शपथ ली।
इससे पहले राज्यपाल ने जीप क्लब के वार्षिक शीतकालीन स्पीति अभियान 2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसका विषय ‘नशा विरोधी रैली’ था। उन्होंने इस पहल की सराहना की, क्योंकि यह न केवल हिमाचल प्रदेश की सुंदरता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि पर्यटन और सामाजिक सुधार में भी सहायक है। उन्होंने इस रैली के माध्यम से सामाजिक जागरूकता लाने के प्रयासों के लिए जीप क्लब और चैल होटल एसोसिएशन को बधाई दी।
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