महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा पूर्व में स्थित विजयलक्ष्मी नगर में कोर्ट के आदेश के बाद अवैध इमारतों पर बुलडोजर की कार्रवाई जारी है। 41 अवैध इमारतों में से 20 इमारतों को तोड़ा जा चुका है, जबकि 21 इमारतों पर कार्रवाई होना बाकी है। इस कार्रवाई के बाद इन बिल्डिंगों में रहने वाले लोगों में काफी नाराजगी है। उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई को लेकर प्रशासन से सवाल पूछा है।
स्थानीय महिला ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मेरे घर को तोड़ दिया गया है और अब मैं बेघर हो गई हूं। मैं बीमार हूं और ऐसी हालत में कहा जाऊंगी। प्रशासन को इस बात का जवाब देना चाहिए।”
बता दें कि डंपिंग ग्राउंड और एसटीपी प्लांट के लिए आरक्षित जमीन पर बनी 41 अवैध इमारतों पर वसई विरार शहर महानगरपालिका द्वारा बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश पर हो रही है।
वसई विरार शहर महानगरपालिका आज से ही कई इमारतों पर कार्रवाई करने वाली है। अभी फिलहाल दो इमारतों पर ही बुलडोजर कार्रवाई चल रही है।
महानगरपालिका ने बताया कि आज 5 पोकलैंड, जेसीबी और 500 पुलिस बल की मौजूदगी में इमारतों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई है। 41 अवैध इमारतों में से 20 इमारतों को तोड़ा जा चुका है, जबकि बाकी 21 बिल्डिंगों पर कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
जिन अवैध इमारतों को तोड़ा जा रहा है, उसमें बकायदा महावितरण विभाग का बिजली मीटर लगा हुआ है। यहां तक महानगरपालिका का हाउस टैक्स भी आता है। अब ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जब अवैध इमारत थी तो महानगर पालिका और महावितरण विभाग ने लाइट मीटर और हाउस टैक्स क्यों लगाया।
Leave feedback about this