June 16, 2025
Entertainment

दिशा सालियान की मौत के 5 साल पूरे, परिवार को न्याय का इंतजार

5 years have passed since Disha Salian’s death, the family is waiting for justice

बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत को आज पूरे 5 साल हो गए हैं। कुछ महीनों पहले ही उनके पिता सतीश सालियान ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बेटी की रहस्यमयी मौत के मामले में फिर से जांच की मांग की। इस याचिका में उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे को मामले में आरोपी बनाने की मांग की। साथ ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की भी गुहार लगाई।

दिशा सालियान की रहस्यमयी मौत का मामला हाई-प्रोफाइल और विवादास्पद है। इस मामले को 2022 में महाराष्ट्र विधानसभा में भी उठाया गया था। शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक भरत गोगावले और भाजपा विधायक नितेश राणे ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाकर जांच की मांग की थी। इस पर सदन में विधायकों का खूब हंगामा हुआ था। इस मामले में नितेश राणे ने आदित्य ठाकरे का नार्को टेस्ट कराए जाने तक की बात कही थी।

दरअसल, दिशा सालियान एक सेलिब्रिटी मैनेजर थीं। उन्होंने वरुण शर्मा, सुशांत सिंह राजपूत, भारती सिंह जैसे कई मशहूर कलाकारों के साथ काम किया। वह टीवी अभिनेता रोहन राय को डेट कर रही थीं और मौत से कुछ महीने पहले उनकी सगाई भी हुई थी। 8 जून 2020, ही वह तारीख है, जब दिशा सालियान की कथित तौर पर मुंबई के मलाड में एक इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने से मौत हो गई। उनकी मौत के कुछ दिन बाद 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला भी सामने आया। ऐसे में दोनों मामलों को जोड़कर देखा गया।

मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में दिशा सालियान की मौत को आत्महत्या करार दिया था। कहा कि वह कई कारणों से डिप्रेशन से जूझ रही थीं, जिसके चलते खुदकुशी कर ली। पिता सतीश सालियान ने इस रिपोर्ट को मानने से इनकार किया और बॉम्बे हाई कोर्ट से बेटी की मौत की जांच नए सिरे से करने की मांग की। उन्होंने अपनी याचिका में आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की।

इस पर आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी और मीडिया से बात करते हुए कहा, “पिछले 5 सालों से मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। अगर मामला कोर्ट में है तो कोर्ट में ही जवाब दूंगा। देश की बेहतरी के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी।”

वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने भी इस मामले पर बयान जारी किया और कहा कि यह मर्डर नहीं, एक्सीडेंट ही था। 5 साल बाद याचिका दाखिल की गई, उसके पीछे क्या राजनीति थी? ये औरंगजेब की कब्र खोदना चाहते थे लेकिन औरंगजेब इनके कंधे पर आकर बैठ गया। औरंगजेब से छुटकारा पाने के लिए सरकार दिशा का सहारा ले रही है। शिवसेना यूबीटी आक्रामक तरीके से राज्य के मुद्दे उठा रही है, इसलिए आदित्य ठाकरे को बदनाम करने की कोशिश चल रही है।

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