पैराग्लाइडिंग में सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान (ABVIMAS) बिलासपुर जिले की गोविंद सागर झील में लाइसेंस प्राप्त पैराग्लाइडिंग पायलटों के लिए सिमुलेशन डी’इंसिडेंट एन वॉल (SIV) प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पायलटों को उड़ान के दौरान होने वाली आपात स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने, जोखिमों को कम करने और भारत की पैराग्लाइडिंग प्रथाओं को अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप बनाने के लिए तैयार करना है।
हिमाचल प्रदेश और कई अन्य राज्यों के 650 से ज़्यादा लाइसेंस प्राप्त पायलट इस विशेष SIV कार्यक्रम से लाभान्वित हो चुके हैं, जो 30 दिनों के चक्र के दौरान कई पाँच-दिवसीय गहन सत्रों में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष, इस पहल का दायरा बढ़ाकर जम्मू और कश्मीर के 22 पायलटों को इसमें शामिल किया गया है, जहाँ पैराग्लाइडिंग तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है। गोविंद सागर झील को प्रशिक्षण स्थल के रूप में इसलिए चुना गया है क्योंकि नियंत्रित जल-आधारित आपातकालीन लैंडिंग के लिए यह आदर्श वातावरण है, जो इस कार्यक्रम का एक अनिवार्य घटक है।
पाँच दिवसीय SIV प्रशिक्षण मॉड्यूल किसी भी पैराग्लाइडर पायलट के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है जो सुरक्षित और आत्मविश्वास से उड़ान भरना चाहता है। इसमें विंगओवर, स्टॉल, स्पिन, स्पाइरल और सममित व असममित दोनों तरह के पतन जैसे उन्नत उड़ान-प्रबंधों का व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। पायलटों को कैनोपी डिफ्लेशन और विंग की खराबी जैसी आपातकालीन स्थितियों को संभालने, रिजर्व पैराशूट की तैनाती और तनाव में महत्वपूर्ण निर्णय लेने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। व्यापक तैयारी सुनिश्चित करने के लिए जल सुरक्षा और स्प्लैशडाउन के बाद निकासी पर भी ज़ोर दिया जाता है।
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