अभियान के दूसरे चरण के अंतर्गत, चंबा ज़िले में पाँच वर्ष से कम आयु के 53,295 बच्चों को ओआरएस और ज़िंक की खुराक वितरित करने के लिए 12 से 27 नवंबर तक सघन दस्त-निमोनिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज पखवाड़े के प्रभावी कार्यान्वयन की समीक्षा हेतु आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
रेपसवाल ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई विस्तृत कार्य योजना की समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गतिविधियों के सुचारू क्रियान्वयन एवं निगरानी के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों और स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान प्रवासी बस्तियों और संवेदनशील क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को सभी पेयजल स्रोतों की शीतकाल पूर्व सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग को सभी स्कूलों में जल भंडारण टैंकों की मानसून पश्चात सफाई का काम समयबद्ध तरीके से पूरा करने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को पिछले एक वर्ष में जिले में डायरिया और उससे जुड़ी बीमारियों से हुई बाल मृत्यु के विस्तृत आंकड़े उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बिपेन ठाकुर ने बताया कि प्रत्येक स्वास्थ्य खंड में आवश्यक दवाइयाँ और जागरूकता सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि आशा कार्यकर्ता पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों वाले प्रत्येक घर में ओआरएस के पैकेट बाँटेंगी और माताओं को डायरिया से बचाव, स्वच्छता और ओआरएस व जिंक घोल के उचित उपयोग के बारे में शिक्षित करेंगी।


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