नई दिल्ली, ग्लोबल पावर क्रिकेट लीग (जीपीसीएल टी20) जिसने पिछले साल अक्टूबर में अपना पहला टूर्नामेंट आयोजित किया था, अब एक पूरा सीजन लॉन्च करने के लिए तैयार है। पावर स्पोर्टज लीग डिवीजन द्वारा संचालित लीग शायद एकमात्र लीग है, जो प्रथम श्रेणी के क्रिकेटरों को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्रदान करती है, जिन्होंने अभी तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं किया है, लेकिन ऐसा करने के लिए वो पर्याप्त प्रतिभाशाली हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, आयरलैंड, स्कॉटलैंड, यूएसए, श्रीलंका और भारत की आठ टीमों ने एनआरआई महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में अक्टूबर 2022 में यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित पहले सीजन में भाग लिया था।
प्रदर्शनी टूर्नामेंट के तीन महीने बाद हाल ही में आयोजकों ने लीग संरचना जारी की, जिसके मुताबिक कम से कम 2 अंतर्राष्ट्रीय मार्की खिलाड़ियों का शामिल होना जरूरी है और जिन्होंने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है। साथ ही 7 प्रथम श्रेणी के पेशेवर खिलाड़ी, एक अंडर-19 और अंडर-23 खिलाड़ी, 2-3 शीर्ष क्लब स्तर के खिलाड़ी और एक वाइल्ड कार्ड को भी शामिल किया जाना जरूरी है। प्रत्येक टीम में भारतीय मूल के कम से कम 6 खिलाड़ियों को अनिवार्य कर दिया गया है। टीम की औसत आयु 26 वर्ष रखी गई है ताकि ये संन्यास ले चुके खिलाड़ियों से काफी अलग हो।
लीग के पीछे का विजन भारत के बाहर रहने वाले भारतीय खिलाड़ियों को एक साथ लाना है। अद्वितीय टीम संरचना विश्व स्तर पर उपलब्ध प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की एक बड़ी आपूर्ति सुनिश्चित करती है, क्योंकि क्रिकेट खेलने वाले देशों में भी अधिकांश प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी अपने देश के भीतर घरेलू क्रिकेट तक ही सीमित रहते हैं। बाहर खेलने और अन्य देशों में अपने साथियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के अवसरों की प्रतीक्षा करते हैं।
इस संरचना में भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के अलावा, लीग को उन स्थलों में भी आयोजित किया जाएगा, जहां बड़ी संख्या में भारतीय आबादी रहती है। दुनिया के पहले लाइव डिजिटल स्पोर्ट्स चैनल पावर स्पोट्र्ज की संस्थापक और प्रधान संपादक, कांति डी सुरेश ने पुष्टि की है कि दुनिया के विभिन्न देशों में लीग आयोजित करने की मंशा आईसीसी को बता दी गई है। कांति ने कहा कि हमें उन स्थानों पर ध्यान केंद्रित करने में खुशी होगी, जो हमारा गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। प्रत्येक टीम में हमारी वाइल्ड कार्ड प्रवेश श्रेणी हमें हर उस स्थान पर स्थानीय प्रतिभाओं को लाने में मदद कर सकती है, जहां हम लीग का संचालन के साथ सभी को परस्पर लाभकारी अवसर देते हैं। उसैन बोल्ट, योहान ब्लेक जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध ओलंपिक खिलाड़ियों ने भी टी20 लीग खेलने के लिए अपनी रुचि का संकेत दिया था और वे वाइल्ड कार्ड एंट्री का हिस्सा हो सकते हैं। वास्तव में पावर स्पोट्र्ज ने उसैन बोल्ट को लीग में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। यूएसए के कुछ बेसबॉल सितारों ने भी क्रिकेट को शौक के तौर पर आजमाने की इच्छा जताई है।
क्रिकेट भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड में विशेष रूप से लोकप्रिय है। दुनिया के कई हिस्सों में भी लोकप्रियता बढ़ रही है, क्योंकि यह खेल ओलंपिक में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मध्य पूर्वी देश और संयुक्त राज्य अमेरिका मिलकर बाहर रहने वाले भारतीय समुदाय का एक बड़ा हिस्सा हैं। विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, क्रिकेट को बड़े पैमाने पर विकसित करने का इच्छुक हैं। दिलचस्प बात यह है कि यूरोप में भी क्रिकेट खूब लोकप्रिय हो रहा है।
विदेशों में रहने वाले भारत के लोग कई भारतीय क्रिकेट टीमों और क्लबों के मालिक बनने के इच्छुक हैं। लेकिन ऐसा करने के लिए उनके पास बहुत कम अवसर है। कतर, ओमान, कुवैत, बहरीन और यहां तक कि संयुक्त राज्य अमेरिका/कनाडा जैसे देश, जिनकी बड़ी एशियाई आबादी है, उनको क्रिकेट की मुख्यधारा में आने में मुश्किल होती है। कांति डी सुरेश ने कहा कि हम इस लीग के माध्यम से कई आकांक्षाओं को पूरा करना चाहते हैं और विश्व स्तर पर अपने प्रस्तावों का विस्तार करने में हमें खुशी होगी, क्योंकि जीपीसीएल के 5 सत्रों को अंतिम रूप देने के लिए अन्य सदस्य क्रिकेट बोर्डो के साथ बातचीत शुरू हो गई है।
इस साल व्यस्त क्रिकेट कैलेंडर अक्टूबर/नवंबर में भारत वनडे विश्व कप की मेजबानी के साथ काफी कुछ देखेगा। लेकिन जीपीसीएल टी20 जैसी लीगों को अपनी तिथियां चुनने की कोई जल्दी नहीं है। हम किसी के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे हैं। यह अपनी अनूठी संरचना है। कांति वर्तमान में क्रिकेट के अलावा एक महिला खेल आयोजन पर भी काम कर रही हैं, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
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