October 4, 2024
National

कांग्रेस ने वर्तमान तमिलनाडु प्रमुख अलागिरि के उत्तराधिकारी पर फैसला नहीं किया है: सूत्र

चेन्नई, 15 अक्टूबर । तमिलनाडु कांग्रेस के कई वर्ग राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के.एस. अलागिरि को बदलना चाहते हैं, लेकिन पार्टी आलाकमान ने अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।

तमिलनाडु कांग्रेस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि एक सांसद और दो विधायकों सहित पार्टी के असंतुष्ट तत्वों ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष यह मुद्दा उठाया था, जो शनिवार को चेन्नई आई थीं।

हालांकि, उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पांच साल पूरे कर चुके अलागिरि को बदलने का फैसला नहीं किया है।

तमिलनाडु कांग्रेस तीन समूहों में विभाजित है। एक मौजूदा अध्यक्ष के.एस. अलागिरि का समर्थन करता है। तमिलनाडु कांग्रेस विधायक दल के नेता के. सेल्वापेरुन्थागई के समर्थकों का दूसरा गुट है। तीसरा समूह आईएएस अधिकारी से नेता बने शशिकांत सेंथिल का है।

सेंथिल पार्टी का दलित चेहरा हैं, लेकिन वह किसी समूह से नहीं जुड़े हैं। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्‍हें अपना समर्थन दिया है।

अलागिरि के करीबी कांग्रेस नेताओं ने आईएएनएस को बताया कि आलाकमान ने नेतृत्व परिवर्तन पर फैसला नहीं किया है क्योंकि इससे पार्टी की मौजूदा स्थिति खराब हो सकती है।

अलागिरि के पद पर बने रहने का विरोध करने वाले समूहों ने आईएएनएस को बताया कि मौजूदा अध्यक्ष ने राज्य कांग्रेस के लिए कुछ नहीं किया है। यहां तक कि पार्टी की कई बूथ समितियां भी निष्क्रिय हैं।

कांग्रेस द्रमुक और मुख्यमंत्री एम.के. स्‍टालिन की लोकप्रियता पर सवार होकर चुनाव जीत रही है। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि अलागिरि का स्टालिन के साथ बहुत अच्छा तालमेल है और पद पर बने रहने के लिए यह उनका तुरुप का इक्का है।

कांग्रेस आलाकमान के फैसला न कर पाने और तीन अलग-अलग समूहों द्वारा अपने नेता को शीर्ष पर लाने की खींचतान के बीच यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी तमिलनाडु की राजनीति में कैसे टिकी रहेगी।

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