शिमला, 17 जनवरी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कहा कि राज्य सरकार 7,000 पात्र विधवाओं और एकल महिलाओं को घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना शुरू करेगी। उन्होंने कहा, “सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित है और इस नई योजना के तहत उन्हें घर बनाने के लिए 1.50 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि योजना के तहत घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के अलावा, नवनिर्मित घरों के लिए आवश्यक सुविधाएं जैसे बिजली, पानी और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने इस योजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है और इसके अंतिम तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है।
सुक्खू ने कहा कि सरकार समाज के कमजोर वर्गों की भलाई सुनिश्चित कर रही है और उनके लिए विभिन्न लाभकारी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में सरकार ने समाज के वंचित और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कई नई पहल और उपाय पेश किए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना लागू की गई है और 4,000 से अधिक अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चों’ के रूप में अपनाया गया है। “अनाथों की देखभाल और शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी उठाने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य है। सरकार ने 27 वर्ष की आयु तक के अनाथ बच्चों को पॉकेट मनी के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह देने का निर्णय लिया है।”
सुक्खू ने कहा कि ये पहल सामाजिक उत्थान और प्रगति के प्रति समग्र दृष्टिकोण को दर्शाते हुए जरूरतमंद लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।
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