मंडी, 16 मार्च मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के लिए इस साल जून तक राज्य का एक ‘सुपर ब्रांड’ लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसएचजी द्वारा तैयार सर्वोत्तम उत्पादों का चयन किया जाएगा।
आज इंदिरा मार्केट में चल रहे सरस मेले के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चयनित उत्पादों की ब्रांडिंग, ऑनलाइन प्रमोशन और ऑफलाइन बिक्री के लिए एक पेशेवर एजेंसी को काम पर रखा जा रहा है।
उन्होंने मंडी एसएचजी द्वारा बनाए गए उत्पादों के विपणन और प्रचार के लिए मंडी जिला प्रशासन द्वारा की गई एक पहल के तहत तैयार किए गए ‘मांडव’ नामक ब्रांड और उसके लोगो को जारी किया। स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये गये ‘मांडव’ उत्पादों का विमोचन भी किया गया।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार एसएचजी द्वारा बनाये गये उत्पादों के विपणन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. समूहों को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा पहली बार 15 से 31 दिसंबर, 2023 तक दिल्ली के खान मार्केट में हिमाचल मेले का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को बिक्री के लिए रखा गया। जोड़ा गया.
उन्होंने कहा कि वहां हिमाचली उत्पाद बड़ी मात्रा में बिकते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता को देखते हुए हर वर्ष मेला आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री के लिए ‘शिल्प, व्यंजन और संस्कृति’ अभियान शुरू किया है।
इस अवसर पर मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने मुख्य सचिव का स्वागत किया और कहा कि उत्पादों को डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी बढ़ावा दिया जाएगा। ब्रांड के बारे में बात करते हुए डीआरडीए परियोजना अधिकारी गोपी चंद पाठक ने कहा कि उत्पादों को अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचने का प्रयास किया जाएगा।
इस मौके पर डिविजनल कमिश्नर राखिल काहलों, एडीसी रोहित राठौड़ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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